उपचुनाव में खुद शिवराज लगे हैं दांव पर
प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो आलाकमान दोहरा सकता है गुजरात, जहां एक झटके में बदल दिया था मुख्यमंत्री
ब्रह्मास्त्र इंदौर। कहने को तो उपचुनाव है, लेकिन यह उपचुनाव ही भाजपा पर भारी पड़ रहे हैं। खंडवा लोकसभा सीट तथा जोबट सहित 3 विधानसभा सीटों पर चल रहे उपचुनाव में इस बार खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह दांव पर लगे हुए हैं। यह उपचुनाव शिवराज का भविष्य निर्धारण भी कर सकते हैं। जहां तक कांग्रेस की बात करें तो उसके पास यूं भी खोने के लिए कुछ नहीं है, परंतु यदि भाजपा ने कुछ खोया तो इसके परिणाम भी साफ नजर आएंगे। यदि उपचुनाव में भाजपा ठीक ढंग से प्रदर्शन नहीं कर पाई तो मध्यप्रदेश में भी गुजरात को दोहराया जा सकता है। जहां भाजपा ने देखते ही देखते मुख्यमंत्री बदल दिया। मध्यप्रदेश में भी उस वक्त यह सुगबुगाहट तो थी लेकिन अब उपचुनाव वास्तव में शिव प्रदर्शन का एक बड़ा तरीका माना जा रहा है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस उपचुनाव को मुख्य चुनाव की तरह गंभीरता से ले रहे हैं और लड़ रहे हैं। चारों सीटों पर प्रत्याशी भले ही कोई भी हो लेकिन हर सीट पर शिवराज अपने आप को देख रहे हैं। क्योंकि हर सीट वास्तव में उनकी कुर्सी का फैसला कर सकती है। इसीलिए भाजपा और खासकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जीत के अवसर का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते और छोड़ भी नहीं रहे हैं। इसी तारतम्य में गुर्जर वोट एकतरफा अपनी ओर करने के लिए बड़वाह के कांग्रेसी विधायक सचिन बिरला को भाजपा में शामिल कर लिया गया। बताते हैं कि इसके लिए सचिन बिरला की तमाम शर्तें मान ली गई हैं। हालांकि उपचुनाव में यदि भाजपा का प्रदर्शन सही नहीं रहा तो कई परिस्थितियां बदलेंगे, लेकिन मुख्य तो मुख्यमंत्री की कुर्सी ही है। यह संभावना तेजी से व्यक्त की जा रही है कि यदि उपचुनाव में भाजपा का प्रदर्शन अच्छा रहा तो शिवराज की कुर्सी फिर कोई हिलाने वाला नहीं। इतना ही नहीं बल्कि अगले विधानसभा चुनाव के बाद भी यदि भाजपा की ही सरकार बनी तो शिवराज को एक और मौका मिल सकता है, परंतु यह सब उपचुनाव के परिणाम पर ही निर्भर है।
आज शाम 6 बजे थम जाएगा प्रचार
खंडवा लोकसभा सीट तथा जोबट रैगांव और पृथ्वीपुर विधानसभा सीट पर 30 अक्टूबर को होगा मतदान
ब्रह्मास्त्र भोपाल। मध्य प्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए आगामी 30 अक्टूबर को मतदान होना है। निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशानुसार इन क्षेत्रों में मतदान समाप्ति के 72 घंटे पूर्व यानी बुधवार, 27 अक्टूबर को शाम 6 बजे चुनाव प्रचार-प्रसार थम जाएगा। इसके बाद उम्मीदवार डोर टू डोर जाकर व्यक्तिगत रूप से मतदाताओं से संपर्क कर सकेंगे। रात 7 बजे से सुबह 10 बजे तक प्रचार प्रसार भी नहीं होगा । प्रदेश में खंडवा लोकसभा सीट के साथ ही अलीराजपुर जिले की जोबट, सतना जिले की रैगांव और निवाड़ी जिले की पृथ्वीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। यहां 30 अक्टूबर को मतदान होगा, जबकि 2 नवम्बर को मतगणना होगी।
सनावद में एक मंच पर आज पायलट-कमलनाथ
खंडवा। उपचुनाव में प्रचार के आखिरी पड़ाव में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और राजस्थान सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट आज बड़वाह विधानसभा के सनावद में एक मंच पर रहेंगे। बुधवार को कार्यक्रम से एक दिन पूर्व चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभालने वाले नेता खंडवा में एकत्र हो गए है। यह बाहरी नेता टूरिज्म पॉलिटिक्स वाले है, जो कमलनाथ के जाते निकल जाते हैं। बड़वाह क्षेत्र में गुर्जर, राजपूत समाज का अच्छा-खासा वर्चस्व है। इसलिए बुधवार दोपहर 12.30 बजे हाेने वाली सचिन पायलट की जनसभा में कमलनाथ भी शामिल होंगे। बड़वाह से कांग्रेस विधायक सचिन बिरला भी भाजपा ज्वाइन कर ली है।