आवासीय नहीं हुई तो एक परसेंट ब्याज पर मूल राशि लौटाने का एग्रीमेंट तक देने को तैयार भूमाफिया
सिंहस्थ उपयोग में आने वाली सांवराखेड़ी की जमीन पर भू माफियाओं की हिमाकत तो देखो-
बड़े- बड़े भूखंडों के कर रहे सौदे, जारी है प्लाटों की बुकिंग
ब्रह्मास्त्र उज्जैन। सिंहस्थ क्षेत्र के लिए उपयोग में आने वाले सांवराखेड़ी क्षेत्र में भू माफिया नित नए रंग दिखा रहे हैं। सिंहस्थ प्रेमी एक ओर यह कोशिश कर रहे हैं कि जो भूमि सिंहस्थ मेले के लिए उपयोग में आती रही है, उस भूमि को रिक्त रखा जाए, ताकि वर्ष 2028 में जब सिंहस्थ मेला भराए, तो किसी भी तरह की दिक्कत न आए। भूमाफिया अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। सांवराखेड़ी क्षेत्र में इन दिनों बड़े – बड़े भूखंडों के सौदे हो रहे हैं। वह भी इस शर्त के साथ कि यदि इस भूमि का उपयोग आवासीय नहीं हुआ तो वह एक परसेंट ब्याज के साथ संपूर्ण राशि लौटा देंगे। भू माफियाओं का आत्मविश्वास और हिमाकत तो देखिए कि तब जबकि तमाम उज्जैन और देश- प्रदेश के साधु संत यह मांग कर रहे हैं कि सिंहस्थ मेले के लिए उपयोग आने वाली भूमि को रिक्त रखा जाए। उसके आवासीय इस्तेमाल की अनुमति न दी जाए, तब भी भू माफिया लोगों को यह विश्वास दिला रहे हैं कि यह भूमि आवासीय ही होगी।
उज्जैनवासियों व साधु- संतों के विरोध के बावजूद भूखंडों के सौदे
भू माफियाओं के इस जाल में लोग उलझते भी जा रहे हैं। वे यह मानकर चल रहे हैं कि जब भूमाफिया इतने दावे के साथ कह रहे हैं तो निश्चित रूप से उनकी जो पकड़ है वह दमदार ही होगी, और यह भूमि आवासीय हो ही जाएगी। हालांकि, कुछ लोग यह भी मानते हैं कि शिवराज सरकार पर जिस ढंग का दबाव है और साधु संत भी सिंहस्थ उपयोग में आने वाली भूमि को आवासीय करने के खिलाफ हैं। इस हिसाब से यह भूमि आवासीय नहीं होगी। परंतु, भू माफियाओं ने जो सपने लोगों को दिखा रखे हैं, लोग उनके जाल में उलझते जा रहे हैं। उन्हें लग रहा है कि यदि भूमि आवासीय नहीं भी हुई, तब भी एक परसेंट ब्याज उन्हें मिल ही जाएगा और मूलधन तो मिलना ही है। यदि ऐसा नहीं हुआ और भूमि आवासीय हो गई तो फिर बल्ले- बल्ले हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि सांवराखेड़ी सहित अन्य वे जमीन जिनको आवासीय करने का मास्टर प्लान में प्रस्ताव रखा गया है, उन पर सरकार ने अभी कोई फैसला नहीं लिया है। इसके बावजूद सांवराखेड़ी क्षेत्र में बड़े- बड़े भूखंडों के सौदे होना और कुछ अन्य स्थानों पर छोटे छोटे भूखंड के लिए भी बुकिंग होना आश्चर्यजनक है। सवाल यह भी उठता है कि आखिर भूमाफिया किस आधार पर यह मानकर चल रहे हैं कि सिंहस्थ उपयोग में आने वाली यह भूमि आवासीय हो ही जाएगी।
सौदे के साथ एग्रीमेंट भी हो रहे तैयार
गौरतलब है कि भू माफिया इस शर्त के साथ भी सौदे कर रहे हैं कि यदि भूमि आवासीय नहीं हुई तो वे मूलधन सहित एक परसेंट ब्याज भी लौटाएंगे। बताया जा रहा है कि इन सौदों के लिए एग्रीमेंट भी तैयार हो रहे हैं। यदि प्रशासन ने समय रहते ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में सिंहस्थ के दौरान काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। तब अहम सवाल यही होगा कि आखिर सिंहस्थ कहां भराएगा?