विवाह हो, निकाह या आदिवासी परंपरा से शादी- मामा ने जीत लिया सबका दिल

उज्जैन। मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार शादियां भी करवाती है। हिंदू पद्धति से विवाह हो, इस्लामी पद्धति से निकाह हो, आदिवासी परंपरा के अनुसार शादियां हो या फिर कोई और वर्ग का सामूहिक विवाह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन सभी को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत ला दिया जो अपनी बेटियों का विवाह नहीं करवा पा रहे थे या फिर विवाह करवाने में कर्ज में डूब जाते थे। अब उन्हें कर्ज लेने की जरूरत नहीं। मामा जो है न। मामा ने वाकई सभी का दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री कन्या विवाह- निकाह योजना प्रदेश की अनूठी योजना है।

जब मुख्यमंत्री नहीं थे, तब भी शिवराज करवाते थे सामूहिक विवाह

शिवराज सिंह चौहान के बारे में बताया जाता है कि मुख्यमंत्री बनने से पहले वह एक जनप्रतिनिधि के रूप में अपने क्षेत्र में गरीब परिवार की युवतियों के लिए सामूहिक विवाह का आयोजन करते थे। इसकी वजह यह थी कि उन्होंने अपने सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन में यह अनुभव किया था कि गरीब माता-पिताओं के लिए अपनी बेटियों की शादी का खर्च उठाना संभव नहीं हो पाता। परिवार कर्ज में डूब जाता था। जब शिवराज ने मुख्यमंत्री का पद संभाला तो, उन्होंने इस दिशा में काम करना शुरू किया। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शुरू की, ताकि प्रदेश में गरीब कन्याओं का विवाह उनके माता-पिता या परिवार के लिए बोझ न बने। दिनांक 1 अप्रैल 2006 से यह सामूहिक विवाह योजना पूरे प्रदेश में चल रही है।

सभी वर्गों में शुरू की मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिर्फ विवाह योजना को ही सशक्त नहीं बनाया, बल्कि उन्होंने योजना को और विस्तार दिया। वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री निकाह योजना भी शुरू की ताकि गरीब परिवार की कन्याओं को सामूहिक विवाह इस्लामिक पद्धति से भी हो सके।

आदिवासी परंपरा का भी रखा ध्यान

मध्य प्रदेश में आदिवासी वर्ग का एक बड़ा समूह है। यहां के विभिन्न आदिवासियों को अपने रीति रिवाज, परंपरा ,संस्कृति के अनुरूप ही विवाह तथा अन्य धार्मिक तथा सामाजिक कार्य करना पसंद है। शिवराज ने इस ओर भी ध्यान दिया तथा आदिवासी अंचलों में जनजातियों में प्रचलित विवाह प्रथा के अंतर्गत होने वाले सामूहिक विवाहों को भी कन्या विवाह योजना में शामिल कर लिया। योजना को परंपरा और संस्कृतियों के अनुरूप बनाना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दूरदर्शी सोच का ही परिणाम है। इसीलिए तो शिवराज मामा के रूप में प्रसिद्ध हो गए।