संतों के सेवक, धर्मोत्सव के कार्य साधक थे डॉ. जोशी
उज्जैन । स्वर्गीय डॉक्टर सुखनंदन जोशी उज्जैन के प्रबुद्ध सामाजिक धार्मिक आयोजन के साथ, विद्वान संतों की सेवा सेवक बनकर करते थे। आप संतो के सेवक व धर्मोत्सवों के कार्य साधक रहे। आपने उज्जैन में कई कथाओं से धार्मिक जनता को धर्म लाभ दिलाया। श्रेष्ठ वह है जो अपने गुणों से पूजे जाते हैं। उज्जैन की जनता आपको आज भी याद करती है। उक्त विचार क्षीरसागर स्थित मानस भवन में स्वर्गीय डॉक्टर सुखनंदन जोशी की 12वीं पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए राधेश्याम पाटीदार ने कहे। सुरेश देशवाली ने कहा डॉक्टर जोशी ने अनेक युवाओं को अनेक व्यवसायियों को धर्म के पुष्प पथ पर चलने के लिए प्रेरित किया वे युवाओं में छपी अनंत संभावनाओं को धरातल पर लाने वाले गुरु थे। मानस भवन में संस्थापक सचिव स्वर्गीय सुखनंदन जोशी का मानस भवन महिला भजन मंडली, नियमित दर्शनारथी, उनके शिष्यों, इष्ट मित्र मनमोहन मंत्री, पंडित संजय व्यास, वेद प्रकाश शर्मा, अजय शर्मा, पंडित गीता प्रसाद शर्मा, गीताबाई, अनीता, जानकी, बसंती, कृष्णा आदि महिलाओं द्वारा भजन गाकर पुष्पांजलि अर्पित की। संचालन दिनेश सुखनंदन जोशी ने किया। आभार पंडित संतोष शर्मा ने माना।