हत्या से पहले मृतक और आरोपी साथ पहुंचे थे छोटी मायापुरीकोतवाली-देवासगेट क्षेत्र में फुटेज के आधार पर तलाश
उज्जैन । छोटी मायापुरी के बंद मकान में मिली लाश के मामले में पुलिस को आरोपी के संबंध में काफी कुछ प्रमाण मिल चुके है। हत्या से पहले दोनों साथ थे और छोटी मायापुरी स्थित मकान तक पहुंचे थे। आरोपी स्थानीय है, जिसकी कोतवाली-देवासगेट थाना क्षेत्र में तलाश की जा रही है।
5 सितंबर सोमवार की रात दारू गोदाम मार्ग पर छोटी मायापुरी के ताला लगे मकान से जितेन्द्र पिता लालाराम रायकवार 45 वर्ष का पांच दिन पुराना शव बरामद हुआ था। जितेन्द्र अपनी मां के मकान में अकेला रहता था। मंगलवार को पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ था कि उसका आरी से गला काटा गया है। मृतक के कपड़ो से आरी बरामद भी हुई थी। मामला हत्या का होने पर चिमनगंज पुलिस ने धारा 302 और 201 का प्रकरण दर्ज कर छोटी मायापुरी में लगे सीसीटीवी कैमरे देखे थे। जिसमें मृतक और एक युवक रात 12 बजे के लगभग मकान में जाते दिखाई दिये। उसके बाद रात 3 बजे के लगभग युवक अकेला निकलता और ताला लगाता हुआ दिखाई दिया। जिसके बाद से लगातार उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने आसपास लगे कैमरों को भी देखना शुरू किया। जिसमें सामने आया कि हत्या से पहले भी दोनों साथ थे, दोनों ने नशा कर रखा था। जिससे स्पष्ट हो रहा है कि दोनों एक-दूसरे को पहचानते थे। फुटेज के आधार पर पुलिस देवासगेट और कोतवाली थाना क्षेत्र के फुटेज देखने भी पहुंची थी। सूत्रों का कहना है कि फुटेज में उसका चेहरा दिखाई दे गया है। पुलिस आरोपी के काफी करीब पहुंच चुकी है। जल्द ही हिरासत में होगा। 30-31 अगस्त की रात हुई हत्या
जितेन्द्र की हत्या को 30-31 अगस्त की रात को अंजाम दे दिया गया था। मृतक के भाई महेन्द्र ने बताया था कि जितेन्द्र मयूर मेंहदी कारखाने में काम करता था और पत्नी-बच्चों से अलग छोटी मायापुरी के मकान में रहता था। परिवार पांच नम्बर नाके आगररोड पर रहता है। जितेन्द्र 8-10 दिन में परिवार से मिलने आता था, 30 अगस्त को रक्षाबंधन होने पर आया था और चला गया था। उसके बाद से दिखाई नहीं दिया था, परिवार उसकी तलाश में छोटी मायापुरी पहुंचा था, लेकिन ताला लगा देख लौट गया था। 5 सितंबर को मकान में दुर्गंध आने का पता चलने पर दूसरी चाबी से ताला खोला गया। इधर पुलिस को मिले फुटेज के आधार पर 30-31 अगस्त की रात ही हत्या होना सामने आया है।