दीवाली बाद ही टमाटर पर से उतरेगा महंगाई का रंग, अभी बढ़ रहे भाव

ब्रह्मास्त्र इंदौर। टमाटर पर भी महंगाई का रंग चढ़ रहा है। इसके दाम लगातार बढ़कर 100 रुपये किलो की ओर अग्रसर है। टमाटर महंगा होने की वजह बीते दिनों में उत्पादक इलाकों में बारिश से इसकी फसल खराब होना है। यह कहना है कारोबारियों का। उनका यह भी कहना है कि दीवाली तक टमाटर की महंगाई से राहत मिलने की संभावना कम ही है। हालांकि दीवाली बाद टमाटर के दाम गिरकर सामान्य होने की उम्मीद है। गौरतलब है महंगे टमाटर से उपभोक्ता तो परेशान हैं ही किसान भी मुश्किल में हैं। बड़ी मात्रा में फसल खराब होने से कीमतें ज्यादा होने के बावजूद उन्हें घाटा हो रहा है।
इंदौर की चोईथराम थोक सब्जी मंडी में टमाटर 25 से 42 रुपये दिल्ली की मंडियों में टमाटर 35 से 55 रुपये महाराष्ट्र की मंडियों में 15 से 60 रुपये और मध्य प्रदेश की अन्य बड़ी मंडियों में 16 से 48 रुपये राजस्थान की मंडियों में 15 से 40 रुपये किलो बिक रहा है जबकि देश भर के फुटकर बाजारों में टमाटर 50 से 80 रुपये किलो बिक रहा है। चोईथराम थोक सब्जी मंडी के थोक सब्जी व्यापारी हरिशंकर अग्रवाल कहते हैं कि बीते एक डेढ़ माह के दौरान महाराष्ट्र कर्नाटक मध्य प्रदेश राजस्थान आदि राज्यों के टमाटर उत्पादक इलाकों में बारिश से टमाटर की फसल खराब हुई है। महाराष्ट्र व कर्नाटक में 70 से 80 फीसदी फसल खराब हो चुकी है और जो बची उसकी भी गुणवत्ता खराब है। फसल खराब होने से देशभर में टमाटर के दाम भले ही ज्यादा बढ़े हों लेकिन किसानों को टमाटर के दाम 25 से 30 रुपये किलो मिल रहे हैं जबकि उपभोक्ताओं को 50 से 80 रुपये किलो चुकाने पड़ रहे हैं।