इंजीनियरिंग कॉलेज की भूमि मेडिकल कॉलेज को हस्तांतरित करने का पूर्व छात्रों ने किया पुरजोर विरोधपूर्व छात्रों ने बैठक कर लिया निर्णय, मौन रैली निकालेंगे, ज्ञापन देंगे, विरोध दर्ज कराएंगे
उज्जैन । उज्जैन इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर की भूमि मेडिकल कॉलेज को हस्तांतरित करने के कलेक्टर के आदेश का पूर्व छात्रों ने पुरजोर विरोध किया है। एल्यूमनी एसोसिएशन उज्जैन इंजीनियरिंग कॉलेज उज्जैन के आव्हान पर पूर्व छात्रों की एक बैंठक 9 सितंबर शनिवार को आयोजित की गई जिसमें पूर्व छात्रों द्वारा हस्तांरित आदेश का विरोध करने का निर्णय लिया गया है। इस हेतु चरणबद्ध अंदोलन किया जायेगा। जिसमें मौन रैली आयोजित कर महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री शिवराज चौहान को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौपा जायेगा।
इस आंदोलन के लिए उज्जैन इंजीनियरिंग कॉलेज की भूमि बचाओं सघर्ष समिति का गठन किया गया। समिति के अध्यक्ष हेतु पूर्व छात्र भूपेन्द्रचन्द्र त्रिवेदी को सवार्नुमति से मनोनीत किया गया। बैठक में कहा गया कि इंजीनियरिंग कॉलेज के भविष्य में आधुनिकरण एवं विस्तारीकरण के लिये भूमि की आवश्यकता होने पर भूमि का संकट उत्पन्न होगा तथा भविष्य में यदि इस महाविद्यालय को उन्नयन कर डीम यूनिवर्सिटी बनाने के प्रस्ताव पर निर्धारित आवश्यक भूमि की कमी के कारण प्रस्ताव पर विचार नहीं किया जावेगा। वर्तमान में पूरे मध्य प्रदेश में तकनीकी शिक्षा हेतु एक मात्र राजीव गाँधी प्राद्यौगिक विश्व विद्यालय है। डीम यूनिवर्सिटी बनने से उज्जैन एवं इन्दौर संभाग के इंजिनियरिंग कॉलेजो में अध्ययनरत छात्र, छात्राओं को इसका लाभ होगा। उज्जैन इंजीनियरिंग कॉलेज के समस्त पूर्व छात्रों द्वारा भूमि के हस्तांतरण का विरोध किया एवं इस कार्यवाही से समस्त पूर्व छात्र जगत एवं अध्ययनरत छात्र, छात्राओं में असन्तोष व्याप्त है। इस बैठक में हेमराज राठौड़, आदित्य नारायण व्यास, बी.सी. त्रिवेदी, शोभा खन्ना, राजेश चौरषी, अशोक शर्मा, कोमल भूतड़ा, विशाल मालवीय, सुनील परमार, दिनेश दाहिमा, अंकेश राठी सहित कई पूर्व छात्रों ने उपस्थित होकर हस्तांरतरण आदेश का विरोध प्रकट कर एन्यूमिनि एसोसिएशन के द्वारा किये जा रहे विरोध का समर्थन कर अपने विचार प्रस्तुत किये। इस संबंध में शीघ्र ही पत्रकार वार्ता आयोजित कर पूर्व छात्रों का पक्ष रखा जायेगा तथा टॉवर चौक पर प्रदर्शन कर विरोध प्रकट किये जाने का निर्णय लिया गया।