सात हजार सफाईकर्मियों ने लिया अवकाश तो नागरिकों ने संभाली स्वच्छता की कमान
इंदौर । स्वच्छता में छह बार नंबर वन शहर बन चुके इंदौर में सफाई अब संस्कार बन चुकी है। चाहे कुछ भी हो शहरवासी अपने शहर को किसी सूरत में गंदा नहीं रहने देते। गोगा नवमी के अगले दिन यानी शनिवार को इंदौर के सात हजार से ज्यादा सफाईकर्मी परंपरागत ढंग से अवकाश पर रहे। इस दिन शहर को साफ रखने का जिम्मा शहरवासियों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और नगर निगम से जुड़े स्वयंसेवी संगठन के कर्मचारियों ने निभाया।
सफाईकर्मियों के अवकाश के बाद भी न तो सड़कों पर कचरा फैला और न ही घरों के बाहर कूड़ा फेंका गया। नियमित सफाईकर्मियों की छुट्टी के बीच शहर को स्वच्छ रखने का संदेश देने के लिए जनप्रतिनिधि भी सड़क पर उतरे। महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक आकाश विजयवर्गीय और निगमायुक्त हर्षिका सिंह ने राजवाड़ा पर झाडू थाम कर सांकेतिक रूप से सफाई की।
खास त्योहार पर अवकाश
शुक्रवार को गोगा नवमी थी। रात को इंदौर में वाल्मीकि समाज के लोग चल समारोह निकालते हैं। यह सिलसिला आधी रात के बाद तक भी जारी रहता है। वाल्मीकि समाज के इस सबसे अहम त्योहार पर नगर निगम स्वच्छताकर्मियों को अगले दिन अवकाश देता है। ऐसे में शहर को साफ रखने का संदेश देने और लोगों को प्रेरित करने के लिए जनप्रतिनिधि झाडू थामते हैं। हर वर्ष शहर के प्रबुद्धजन भी सड़कों पर सफाई के लिए उतरते हैं। हालांकि, इस वर्ष शुक्रवार रात से तेज वर्षा का दौर जारी था। ऐसे में यूं ही वर्षा से धुल चुकी सड़कें साफ नजर आईं। जहां कहीं गंदगी दिखी, उसे लोगों ने साफ कर दिया।सेना में भर्ती की ट्रेनिंग
ले रहे युवाओं ने भी
थामी झाड़ू
जनप्रतिनिधियों और अफसरों के साथ शहर में पुलिस और सेना में भर्ती की ट्रेनिंग ले रहे युवाओं ने भी राजवाड़ा क्षेत्र की सफाई की। करीब 700 आउटसोर्स कर्मचारी और निगम के कचरा वाहन अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर कचरा साफ करते दिखे। अधिकारियों और महापौर के जाने के बाद स्वच्छताकर्मी फिर से राजवाड़ा क्षेत्र में पहुंचे और सड़कों की सफाई की।