सुसनेर : दो दिनों में बदले मौसम से अस्पताल में पहुंचे 250 से अधिक मरीज इलाज के लिए सीबीएमओ ने व्यवस्थाएं संभाल दिए दिशा निर्देश
सुसनेर । मोसम में उतार चढ़ाव के कारण इन दिनों लोग बीमार हो रहे है। अस्पताल में वर्तमान में मोसमी बिमारियों से पीडितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। लगातार बढ़ रहे मरीजों के बीच अस्पताल में व्यवस्थाएं भी जुटाई जा रही है। जन्माअष्टमी के अवकाश के बाद शुक्रवार को बड़ी संख्या में अस्प्ताल में मरीज पहुंचे इस दौरान मरीजों को परेशानी ना हो इसके लिए अस्पताल के डॉक्टरों के अलावा मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.राजीव बरसेना ने खुद व्यवस्था संभाली। अस्पताल में मरीजों का इलाज करने के साथ बरसेना ने अस्पताल में डॉक्टरों एवं कर्मचारियों को दिशा निर्देश दिए। ग्राम नांदना निवासी हरिओम बैरागी शुक्रवार को इलाज के लिए पहुंचा, जिसके हाथ में फेक्चर था। मरीज को परेशानी ना हो इसके लिए डॉ.बरसेना ने खुद अपने हाथों से प्लास्टर चढ़ाया। प्रतिदिन अस्पताल में 180 से 190 मरीज अपना इलाज करवाने के लिए पहुंच रहे थे। दो दिनों के मोसम परिवर्तन के बाद शुक्रवार को सुसनेर अस्पताल में 250 से अधिक अपना इलाज करवाने के लिए पहुंचे। इन मरीजों में सबसे अधिक मोसमी बीमारियों से पीडित थे। इनमें बच्चों की संख्या अधिक है। अन्य बीमारियों के साथ सर्दी,खांसी,बुखार,दस्त,उल्टी की शिकायत वाले मरीज अधिक थे।
पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध दवाईयां
मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.राजीव बरसेना ने बताया कि सिविल अस्पताल सुसनेर एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोयतकलां में मोसमी बीमारियों से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाईयां है। इन दवाईयां में शुगर,बीपी,बुखार,उल्टी,दस्त के अलावा टीबी,कुष्ठ बीमारी की दवाईयां भी शामील है।
बच्चों के तत्काल दिखाए डॉक्टर को
छह माह से छोटे बच्चे यदि वर्तमान में होने वाले बुखार से पीडित हो रहे है, तो तत्काल बच्चों को डॉक्टर को दिखाएं। क्योंकि बच्चों के केस में डॉक्टर ही लक्षण से बीमारी की पहचान कर सकते हैं। बच्चों के केस में बीमारी की पहचान और दवा का सही डोज देना ही जरूरी होता है।