अपने लिए कुछ, दूसरों के लिए बहुत कुछ करने की उम्र है युवावस्था- राहुल सतुनागायत्री शक्तिपीठ में हुआ संकल्पित सुपर 100 युवा समागम
उज्जैन । अगले दिनों के इतिहास में कामचोर और हरामखोरों में हमरी गिनती नहीं होनी चाहिए। अपने लिए कुछ और दूसरों के लिए बहुत कुछ करने की उम्र युवास्था है।
यह उद्गार राहुल सतुना युवा मार्गदर्शक युवा प्रकोष्ठ भोपाल ने गायत्री शक्तिपीठ उज्जैन पर आयोजित संकल्पित सुपर 100 युवा समागम में प्रमुख वक्ता के रुप में व्यक्त किए। आपने बताया कि विचार क्रांति ही समग्र क्रांति है। चारों वेदों का सार गायत्री महामंत्र है, बुद्धिमानों की बुद्धि को सन्मार्ग पर ले जाने के लिए गायत्री महामंत्र का प्रयोग इन दिनों किया जा रहा है। समागम को संबोधित करते हुए प्रांतीय युवा समन्वयक विवेक चौधरी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति सफल होना चाहता है। एक रिसर्च के परिणाम स्वरूप सफलता का सूत्र डब्ल्यू डब्ल्यू एच बताया गया, व्हाट, व्हाय, हाउ। यानि क्या चाहते हैं, क्यों चाहते हैं, कैसे पा सकते हैं? सफलता प्राप्ति के लिए हम एक भूल कर देते हैं बह यह कि अपनी गठरी नहीं टटोलते हैं। परम वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा एवं अखंड दीप शांतिकुंज हरिद्वार के शताब्दी समारोह के आयोजनों पर चर्चा के लिए यहां पर विभिन्न मंडलों से आए युवाओ को संकल्प कराया गया। संकल्पित युवाओं से चर्चा के बाद जिले में आगामी दिनों अभियानों को प्राथमिकता से चलाने का निर्णय लिया गया। जिनमें 2026 तक प्रत्येक प्रज्ञा संस्थान तक अखंड दीप पहुंचाने के लिए यात्रा। परिजनों के बच्चों को जोड़ने के लिए पारिवारिक युवा सम्मेलन का आयोजन एवंअग्रज सम्मान समारोह। प्रांतीय युवा सम्मेलन का आयोजन। गृहे गृहे यज्ञ श्रंखला को निरंतर जारी रखने, अखंड ज्योति मासिक पत्रिका की सदस्य संख्या बढ़ाना। शक्तिपीठ पर प्रति तीन माह में जिला गोष्ठी। घर घर गायत्री उपासना को बढ़ाने के लिए साधक तैयार करना। संगठन को विकृतियों से बचाव के उपाय के अंतर्गत सम्मान देना सलाह लेना सूत्र अपनाने का निर्णय लिया। समागम में राधेश्याम गामी, नरेंद्र सिकरवार, श्याम पाटीदार, मुकेश पाटीदार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। आभार जिला समन्वयक देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने व्यक्त किया।