पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत- धनतेरस पर आज पांच विशेष योग, शाम को पूजन
ब्रह्मास्त्र इंदौर। आज धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत हो गई इस बार धनतेरस पर पांच विशेष योग हैं। पहली बार बने इन पांच विशेष योग में धनतेरस पर देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा होगी।
ये पांच दिवसीय महोत्सव देवी लक्ष्मी नारायण की आराधना के साथ खरीदारी के लिए भी शुभ होता है।
आज धनतेरस पर त्रिपुष्कर, दोपहर सर्वार्थ सिद्ध, सिद्धि योग, प्रजापत (धाता) 12.52 मिनिट बाद, वैदृत का अति शुभ योग बन रहा है। धन त्रयोदशी विशेषकर शिव, कुबेर और भगवान धन्वंतरी की आराधना के उपरांत शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी वर्षभर के लिए शुभ फलदाई सिद्ध होता है। विद्वानों के अनुसार शिव पुराण आदि में भोम, त्रयोदशी प्रदोष काल धनतेरस पर आना अपने आप में बहुत बड़ा धार्मिक पौराणिक महोत्सव है, जिसका अध्यात्म में बहुत महत्त्व है। वेदों के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरी की उत्पत्ति हुई थी। धन्वंतरी आरोग्यता के देवता हैं। कुबेर की जहां धन और समृद्धि के लिए पूजा की जाती है, वहीं भगवान धन्वंतरी की पूजा इस दिन आरोग्यता की कामना के लिए की जाती है।
धनतेरस पूजन का समय शाम 5.25 से 6 बजे तक है। धनवंतरी पूजन का समय शाम 5.48 से 8.59 तक है।
खरीदी के शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं-
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11.47 बजे से 12.32 बजे तक
लाभ: सुबह 10.45 बजे से 12.10 बजे तक
अमृत : दोपहर 12.10 बजे से 1.34 बजे तक
शुभ : दोपहर 2.59 बजे से 4.24 बजे तक
वृष लग्न: शाम 6.24 बजे से रात 8.32 बजे तक
लाभ : रात्रि 7.24 बजे से 08.59 बजे तक
राहु काल: दोपहर 2.59 बजे से रात 4.24 बजे तक
बर्तन बाजार दुल्हन की तरह सजा सराफा में बिछा विशेष कालीन
इंदौर के सराफा बाजार में धनतेरस पर ग्राहकों की अगवानी के लिए 500 मीटर से ज्यादा दूर तक कालीन बिछाया जाएगा। बीते 15 साल से यह परंपरा इंदौर के सराफा बाजार में चली आ रही है। यहां के छोटा सराफा, बड़ा सराफा और धानगली में कालीन बिछाया गया है। इसके साथ ही यहां पर आकर्षक लाइटिंग भी की गई है।
इसी तरह बर्तन बाजार भी दुल्हन की तरह सजाया गया है। शहर में अलग-अलग जगह कई सराफा और बर्तन बाजार हैं। इसलिए सभी दूर विशेष सजावट की गई है। आज बाजारों में भारी भीड़ है। लोग खरीदी के लिए पहुंच रहे हैं।