स्पेशल स्कूल के बच्चों ने दिखाया अनोखा हुनर, तैयार किये मिट्टी के गणेश

उज्जैन ।  रक्षाबंधन पर राखी बनाकर अनूठी पहल का तोहफा देकर अब इस बार अमलतास स्पेशल के विद्यार्थियों ने तैयार किये है मिट्टी के तरह तरह के रंग-बिरंगे गणेश जी। इनके होसलों को देख गणेश उत्सव त्यौहार को विशेष बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका दर्शाता है।
गणेश जी की मूर्ति देखकर हर कोई हैरान है हर कोई मूर्ति देखकर इनके जज्बे को सलाम कर रहा है यहां तक कि इनके द्वारा निर्मित प्रतिमा को अभी तक कई लोग खरीद कर घर ले जा रहे हैं। इन बच्चों को भले ही दुनिया की रीत रिवाज ना पता हो, लेकिन इनके दिलों में अपनों के लिये जज्बा एवं आत्मनिर्भरता समाज के लिये अनोखा संदेश देता है। सामान्यत: हम देखते हैं कि जो बच्चे पूर्णत: विकसित होते हैं, वो अपना काम खुद कर सकते हैं लेकिन हमारे अमलतास द्वारा संचालित स्पेशल स्कूल में जो न चल पाते हैं न बोल पाते हैं न समझ पाते हैं। ऐसे बच्चे अगर कुछ करें तो एक नया आयाम स्थापित करते हैं। अमलतास अस्पताल ने यह कर दिखाया है जिससे हमारे स्कूल के डॉक्टर्स, शिक्षक और अमलतास के संस्थापक सुरेश सिंह भदौरिया के सपने को पंख दिखाने का काम किया है विशेष विद्यालय के प्रिंसिपल डॉ.भारती लाहोरिया द्वारा बताया गया कि इन बच्चों को हमारे विद्यालय प्रबंधन, डॉक्टर्स एवं स्टाफ द्वारा कड़ी मेहनत से निरंतर अभ्यास देकर आज यह उत्साह से स्वयं मूर्तियां बना रहे हैं। अमलतास ग्रुप के चेयरमैन श्री मयंकराज सिह भदौरिया जी ने कहा हमारा उद्देश्य है बच्चों को शारीरिक मानसिक एवं व्यवहारिक चिकित्सा थेरेपी के साथ आत्मनिर्भर बनाना है ताकि समाज में यह अपनी छाप छोड़ जाये। इन बच्चों के साथ साथ अमलतास नशामुक्ति केंद्र के मरीजों भी मिट्टी के गणेश जी बना रहे हैं।