श्रावण-भादौ में महाकाल के दरबार  में 2 करोड़ से ज्यादा लोग उमड़े 

– मंदिर समिति का दावा भारी भीड़ के बावजूद हर श्रद्धालु को 30 से 35 मिनट में कराए दर्शन 
दैनिक अवंतिका उज्जैन। 
पहले श्रावण फिर अधिकमास और फिर श्रावण के बाद भादौ मास तक ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में रिकॉर्ड तोड़ 2 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन कर धर्म लाभ लिया। मंदिर प्रबंध समिति का यह भी दावा है कि भारी भीड़ के बावजूद 30 से 35 मिनट में सभी को दर्शन कराए गए है। 
इस बार श्रावण का अधिकमास होने से महाकाल मंदिर में देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए उमड़े। समिति ने अधिक भीड़ के चलते गर्भगृह में पहले दिन 4 जुलाई से ही आम प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया था लेकिन फिर भी लोग बाहर से दर्शन करने में भी पीछे नहीं हटे और भीड़ व लंबी लाइन में लगने के बावजूद महाकाल के दर्शन कर रही माने। इसे धार्मिक आस्था ही कह सकते हैं।   
शाही सवारी बाद मशीन से काउंटिंग 
की गई तो सामने आए भीड़ के आंकडे     
 
जुलाई में पहले श्रावण के 15 दिन भीड़ की शुरुआत हुई। फिर अधिकमास लगते ही लोगों की संख्या और बढ़ने लगी। इसके बाद बीच में थोड़ी कम तो थोड़ी ज्यादा यानी शनिवार, रविवार और सोमवार को अधिक लोग आए। अन्य दिनों में लोग कम रहे। लेकिन त्योहारों के समय तो भीड़ देखने लायक थी। जैसे नागपंचमी, रक्षाबंधन, श्रावण मास का आखिरी सोमवार और फिर शाही सवारी। इन दिनों में लाखों लोग उज्जैन में उमड़े। मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि 11 सितंबर को शाही सवारी निकलने के बाद मंदिर में लगी हेड काउंटिंग मशीन के जरिए समिति ने भीड़ के आंकड़े जुटाए तो पता चला कि श्रावण मास शुरू होने से लेकर अब तक 2 करोड़ 39 लाख 58 हज़ार 740 से अधिक भक्त भगवान महाकाल के दर्शन कर चुके हैं और यह सिलसिला लगातार जारी है।
उज्जैन वालों के लिए अलग से 
अवंतिका द्वार भी चालू रखा
श्रावण, अधिकमास और भादौ मास सभी समय मंदिर समिति ने उज्जैन के स्थानीय लोगों के सुलभ दर्शन हेतु बनाए गए अवंतिका द्वार को भी चालू रखा गया। वर्तमान में भी यह द्वार चालू है। उज्जैन के निवासियों ने भी इस द्वार का लाभ लेते हुए लाखों लोगों ने दर्शन किए।