पत्रकार और चिकित्सा अधिकारी बनकर पहुंचे थे वसूली करने ब्लॉक मेडिकल आॅफिसर ने दर्ज कराया केस, जेल भेजा
उज्जैन । फर्जी चिकित्सा अधिकारी और पत्रकार बनकर 2 महिला एक युवक डॉक्टरों से अवैध वसूली करने पहुंचा था। ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पताल संचालित करने वालों को तीनों ने धमकाया। मामले की जानकारी लगने पर ब्लॉक मेडिकल आॅफिसर ने तीनों की शिकायत पुलिस को दर्ज कराई। शुक्रवार को पुलिस ने मामले में तीनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया।
महिदपुर थाना एसआई नरेन्द्रसिंह कनेश ने बताया कि 2 महिला और एक युवक ग्रामीण क्षेत्र में क्लीनिक संचालित करने वाले डॉक्टरों के पास पहुंचे थे और खुद को चिकित्सा अधिकारी और पत्रकार बताकर सीएमएचओ कार्यालय से निरीक्षण के लिये आना बताया। उन्होने गुरूवार को नारायणा रोड़ पर डॉ. आशीष के क्लीनिक पर पहुंच निरीक्षण की बात कहीं और 10 हजार रुपए की मांग रखी। डॉ. अशीष ने प्रभारी ब्लॉक मेडिकल आॅफिसर डॉ. मनीष उथरा को मामले से अवगत कराया। डॉ. उथरा ने कलेक्टर और सीएमएचओ कार्यालय से निरीक्षण के लिये टीम भेजने की जानकारी मांगी। जिसमें सामने आया कि ऐसी कोई टीम नहीं भेजी गई है। उन्होंने फर्जी अधिकारियों की टीम क्लीनिकों पर घूमने की शिकायत पुलिस को दर्ज कराई। पुलिस ने तीनों फर्जी अधिकारी और पत्रकार की तलाश करते हुए उन्हें हिरासत में लिया। पूछताछ करने पर सामने आया कि भारतसिंह चौहान निवासी नेहरू गांधी कालोनी नीलगंगा उज्जैन का रहने वाला है और राष्ट्रीय न्यूज चैनल का संवाददाता है। उसके रिंकू पति वैभाव सौगानी और लीना पति प्रमोद श्रीवास्तव आकार पैलेस फ्रीगंज उज्जैन की निवासी है। जो फर्जी तरीके से गिरोह बनाकर अवैध वसूली के लिये आई थी। पुलिस ने मामले में तीनों के खिलाफ धारा 419, 384, 385, 386 का प्रकरण दर्ज किया और शुक्रवार दोपहर न्यायालय में पेश किया। जहां से जेल भेजा गया है।