इंदौर में बढ़ने लगा मच्छरों का प्रकोप, नजर नहीं आ रहीं निगम की फागिंग मशीनें

इंदौर । शहर में एक बार फिर मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है लेकिन न नगर निगम की नींद खुल रही है न स्वास्थ्य विभाग की टीम कहीं नजर आ रही है। नगर निगम के 19 जोन हैं। प्रत्येक जोन में दो-दो फागिंग मशीन नगर निगम के पास हैं। इसके अलावा दो बड़ी फागिंग मशीन भी हैं। निगम के अधिकारी दावा करते हैं कि ये सभी मशीनें सतत इस्तेमाल की जाती हैं। शहर में रोजाना फागिंग की जा रही है, लेकिन बावजूद इसके निगम की ये मशीनें सड़क पर नजर नहीं आतीं।
कुछ दिन पहले भी बढ़ा था प्रकोप : हर वर्ष बारिश काल समाप्त होते-होते शहर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगता है। निगम के अधिकारियों को भी इसकी जानकारी है, बावजूद इसके कोई तैयारी नहीं की जाती। कुछ दिन पहले भी शहर में मच्छरों का प्रकोप अचानक बढ़ा था। उस वक्त भी अधिकारियों ने गोलमोल जवाब देकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली थी।
जलजमाव से बढ़ रही समस्या : मच्छरों का प्रकोप बढ़ने की एक बड़ी वजह जलजमाव है। कहीं पेयजल लाइन के नाम पर तो कहीं सीवेज लाइन सुधार के नाम पर नगर निगम ने शहरभर में सड़कों को खोदा हुआ है। वर्षा का जल सड़क पर खोदे गए इन गढ्डों में जमा होकर मच्छरों का प्रकोप बढ़ा रहा है। निगम के जिम्मेदारों का कहना है कि वषार्काल में सड़कों की खोदाई रोक दी गई है लेकिन सवाल यह है कि हर वर्ष खड़ी होने वाली इस समस्या से निपटने के लिए निगम कोई पूर्व तैयारी क्यों नहीं करता।
बढ़ने लगी गंदगी
इधर स्वच्छ सर्वेक्षण समाप्त होने के बाद शहर में एक बार फिर स्वच्छता को लेकर सुस्ती का आलम नजर आने लगा है। शहर की सड़कों पर गंदगी भले ही नजर न आए लेकिन गलियों और कालोनियों के भीतर की सड़कों की सफाई छह वर्षों से देश के सबसे स्वच्छ शहर घोषित हो रहे इंदौर को मुंह चिढ़ा रही है।