फंदा गले में डालने वाले युवक की मौत , 12 सितंबर से लापता थी फांसी लगाने वाली महिला
उज्जैन। कमल कालोनी में रहने वाले यश पिता राजेश मोदी 21 वर्ष ने शुक्रवार रात गले में मौत का फंदा डाल लिया था। परिजनों ने उसे पंखे से लटका देख नीचे उतारा था और चेरिटेबल अस्पताल लेकर पहुंचे थे। धकडऩे चलने पर डॉक्टरों ने उपचार के लिये आईसीयू में भर्ती किया, लेकिन देर रात उसकी मौत हो गई। चिमनगंज पुलिस ने मामले में सूचना मिलने पर मर्ग कायम किया और शव पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल लेकर आई। शनिवार सुबह सामने आया कि यश द्वितीय वर्ष की पढाई कर रहा था। उसने फंदा गले में क्यों डाला था, इस बात से परिजन भी अंजान है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जांच शुरू की है। उज्जैन महाकाल थाने के पीछे होटल मुस्कान में शुक्रवार रात दिल्ली की महिला ममता पति डालचंद का शव कमरा नम्बर 32 में पंखे से लटका हुआ बरामद किया था। ममता गुरूवार को अकेली उज्जैन आई थी। उसने 2 दिनों के लिये कमरा लिया था। जब वह शुक्रवार सुबह से बाहर नहीं आई तो कर्मचारियों ने खिड़की से देखा था। महाकाल थाना पुलिस ने शव बरामद कर कमरे से सुसाईड नोट जब्त किया था। जिसमें पति द्वारा शंका करने और प्रताडि़त करने का उल्लेख होना सामने आया। पुलिस ने मामले की सूचना परिजनों को दी थी। शनिवार सुबह उज्जैन पहुंचे परिजनों का पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपा गया। पति ने बताया कि ममता 11 सितंबर से लापता थी, जिसकी गुमशुदगी 12 सितंबर को थाने में दर्ज कराई थी। वह बिना बताये निकली थी, परिजन लगातार तलाश कर रहे थे। उन्हे यकीन नहीं था कि इतनी दूर आ जायेगी। परिजन शव दिल्ली लेकर गये है।