तेज बारिश ने निमाड़ को धो डाला,प्रलय जैसे हालात
खंडवा। गुरूवार से लगातार हो रही तेज बारिश ने 31 साल पुरानी तस्वीरें उकेर दीं। नर्मदा किनारे पसरे अतिक्रमण खुद नर्मदा ने हटा दिए। इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के सभी गेट खोलने पड़े। खंडवा के सुक्ता और नागचुन तालाब जैसे बड़े जलस्रोत ओवर फ्लो होकर आबना व अन्य नदियों में बाढ़ ला रहे हैं। अधीकृत तौर पर किसी की मौत के समाचार नहीं हैं। लेकिन एक ट्रेक्टर के बह जाने से खंडवा जिले में दो लोग लापता हैं। दो को निकाल लिया।
गांवो ेमें आधा दर्जन मवेशी बह गए। करीब बीस गांव व दो शहरों के निचले इलाकों में रेसक्यू आपरेशन कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। स्कूलों की छुट्टी पहले ही कर दी गई। तीन दशक बाद 9 इंच पानी दो दिन गिरा। शनिवार देर रात बारिश थम गई। बादलों का डेरा जमा रहा। मतलब रविवार को भी पानी थमने के आसार नहीं लग रहे हैं
ऐसे गिरा 9 इंच से ज्यादा पानी
खंडवा जिले में बारिश के आंकड़े देखें, तो 9 इंच से ज्यादा लगभग 245 सेमी पानी पिछले दो दिनों में लगातार गिरा। खंडवा में लगभग 180, हरसूद में 230, पंधाना में 130, पुनासा में 180 और खालवा में लगभग 168 मिलीमीटर बारिश हुई है। इन्हीं दो दिनों में हर तहसील में 2 या 3 सेमी बरसात पिछले साल हुई थी। अभी तक सूखे जैसे हालात थे। फसलों को कोई खास फायदा नहीं होगा। रबी के लिए जमीन में वाटर लेबल बढ़ेगा। बिजली कारखानों की लग बैठी है। 830 मिमी पानी इस साल हो गया है। पिछले साल इस दिन तक 1073 मिमी बारिश हो चुकी थी।
ऐसे बढ़ता है नर्मदा में पानी
इस मानसून में पहली बार इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोले गए हैं। इससे नर्मदा में उफान आ गया है। दो दिनों से नर्मदा घाटी के ऊपरी क्षेत्रों में हो रही बारिश और और बरगी और तवा बांध के शुक्रवार को तेरह गेट खोलने से इंदिरा सागर बांध का जलस्तर अचानक बढ़ गया।
इससे शुक्रवार -शनिवार रात करीब 1 बजे इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट भी एनएसडीसी प्रशासन को खोलने पड़े। एनएसडीसी प्रशासन द्वारा ताबड़तोड़ इसकी सूचना खंडवा खरगोन सहित आसपास के जिला प्रशासन को देखकर गेट खोलने की कार्रवाई शुरू की गई।
ओंकारेश्वर : 23 गेट10 मीटर तक खोले
ओंकारेश्वर बांध परियोजना प्रमुख धीरेंद्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर 196 पहुंचने से जलस्तर नियंत्रण करने के लिए बांध के सभी 23 गेट करीब 10 मीटर तक खोल दिए गए हैं। इससे लगभग 37 हजार क्यूमेक्स पानी नर्मदा के निचले क्षेत्र में छोड़ा जा रहा है।
इंदिरा सागर के हालात खराब
इंदिरा सागर बांध से लगभग 28 हजार क्युमेक्स पानी की आवक हो रही है। वहां पर 20 में से 12 गेट खोले गए हैं। पानी की जलाशय में आवक को देखते हुए दोनों जगह से पानी छोडऩे की मात्रा बढ़ाई जा रही है। सुबह 10 बजे तक ओंकारेश्वर बांध से लगभग 37 हजार क्युमेक्स पानी छोड़ा जाने लगा।
घाटों पर न जाएं
मांधाता थाना प्रभारी बलजीत सिंह बिसेन ने बताया कि नर्मदा के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए ओंकारेश्वर के सभी घाटों पर लोगों को न जाने की लगातार सूचना दी जा रही है। मोरटक्का पुल से आवाजाही भी रोक दी गई है।
अटूट खास में उफान
पुनासा तहसील के ग्राम अटूट खास में कावेरी और अमाक नदी में बाढ़ से गांव में पानी घुस गया है। इससे घरों व दुकानों में पानी भर गया है। क्षेत्र में शुक्रवार से जारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। गांव के पास बहने वाली कावेरी और अमाक नदियों में रात से उफान हैं। दो माह पूर्व हुई बारिश में भी गांव में पानी घुसने से बड़ा नुकसान हुआ था। इसे देखते हुए रातभर से ग्रामीण बाढ़ को लेकर चिंतित थे। पुनासा नगर के भैरूपुरा में कुछ घरों में पानी घुसने घुसने से लोग परेशान है। क्षेत्र में बारिश का दौर जारी है। क्षेत्र में किसी प्रकार की जनहानि के समाचार नहीं है।
कावेरी का दबाव ज्यादा
कावेरी नदी का दबाव सबसे ज्यादा है अंचल में हो रही तेज बारिश के चलते ओंकारेश्वर बांध का डिस्चार्ज बढ़ाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। 46000 से भी अधिक क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा सकता है।
सिद्धवरकूट का नाला और कावेरी नदी से आ रहे पानी के दबाव के चलते और इंदिरा सागर बांध से छोड़े जा रहे पानी के दबाव के चलते ओंकारेश्वर बांध से डिस्चार्ज बढ़ाया जा सकता है।
रोचक जानकारी भी पढ़ें
हर 10 साल में नर्मदाजी की रिकार्ड तोड़ बाढ़ आती है। पिछले रिकॉर्ड देखेंगे तो पता चलता है कि1961 1962 के बाद 1973, 1983, 1993, 2003, 2013 और उसके बाद 2023 में बड़ी बाढ़ आई है।
ये है दोनों बांधों की डिटेल
ओंकारेश्वर के जयप्रकाश पुरोहित के मुताबिक, कार्यपालन यंत्री तवा परियोजना वी के जैन ने नवभारत को बताया कि तवा डैम के कैचमेंट में लगातार भारी वर्षा हो रही है। जिसके चलते तवा डैम के 13 गेट 20-20 फीट तक खोले गए हैं। जिससे लगभग 11328 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जाएगा। यह यह पानी लगभग 12.00 बजे नर्मदापुरम के सेठानी घाट पहुंचेगा। जिससे सेठानी घाट पर नर्मदा नदी का जलस्तर अधिकतम 962 फीट बढऩे की संभावना है। बरगी बांध जबलपुर का वर्तमान लेवल 422.85 मीटर है। जो एफआरएल से अधिक है और निरंतर बढ़ रहा है। बान्ध के कैचमेंट एरिया मे विगत 48 घण्टे में 79 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है। शुक्रवार शाम 5 बजे 3288 क्यूमेक जल की निकासी 13 गेटों से की जायेगी। जिसका पानी लगभग 36 घंटे में नर्मदापुरम पहुंचेगा।