चुनाव में साड़ी बांटने से रोकने के लिए जीएसटी छापे, 70 करोड़ की साड़ियां मिली
डेढ़ करोड़ का टैक्स वसूला, प्रदेश के चार बड़े शहरों में कार्रवाई
इंदौर। मध्य प्रदेश में आगामी चुनाव के पहले कपड़ा और रेडीमेड कारोबारियों द्वारा बिना जीएसटी भुगतान किए माल इकट्ठा करने और कर चोरी करने वालों पर नकेल कसने के लिए प्रदेश के 18 कपड़ा व्यवसाइयों और उनसे जुड़े कारोबारियों पर प्रदेश जीएसटी ने छापामार कार्रवाई की। इसमें इंदौर की भी 5 फर्म्स शामिल थीं। इसके अलावा रतलाम, भोपाल, सतना और जबलपुर की 3-3 और ग्वालियर की एक फर्म शामिल थी।
पूरे प्रदेश में उक्त व्यवसाइयों के यहां से 60-70 करोड़ की बिना हिसाब किताब की रखी हुई साड़ियां, सूट आदि माल मिला है, जो संभवतः चुनाव में वितरित करने के लिए उपयोग में लिया जाने वाला था। इनकी खरीदी में लगभग 3 करोड़ की कर चोरी किए जाने का अनुमान लगाया गया है, जिसमें से 1.5 करोड़ से अधिक विभाग ने वसूल कर लिए हैं।
प्रदेश के 18 कपड़ा व्यवसाइयों पर जीएसटी की कार्रवाई
इंदौर की फर्म्स विमल साड़ी और सोनू-मोनू ट्रेडर्स और उनके सहयोगी कारोबारियों पर छापे में 68 लाख रुपए टैक्स वसूल किया गया, वहीं ग्वालियर से 20 लाख रुपए का टैक्स कारोबारियों ने छापे में जमा किया है। इसके अलावा सतना से भी 37 लाख रुपए की कर चोरी पकड़ाई है जिसे मौके पर ही जमा किया गया। वहीं भोपाल में कार्रवाई जारी है।