उज्जैन संभाग में मौसम खुशगवार रहा निकली धूप,नदी नालों का उफान कमजोर पडा

गंभीर का मात्र एक गेट आधा मीटर खुला हुआ,नागदा में चंबल के जलस्तर में छुपे चामुंडा माता मंदिर गुंबद के कलश से पानी नीचे आया

उज्जैन  ।  नए सप्ताह का सोमवार अपने साथ खुशगवार मौसम लेकर आया है।पिछले तीन – चार दिनों से जारी वर्षा के बाद बादलों से आज निजात मिली है।सुबह से ही सूरज आसमान पर छा गया था।पूर्वान्ह से लेकर शाम तक बादलों और सूरज के बीच लूकाछिपी होती रही।कई स्थानों पर हल्की फुहार वर्षा भी हुई।पिछले तीन – चार दिनों की वर्षा से संभाग में खतरे की निशान को छू रही नदियों का उफान भी कमजोर पड गया है।जिन क्षेत्रों में पानी भर गया था वहां से भी धीरे- धीरे पानी निकलने की सि्थति तेजी से साफ हो रही है।सोमवार को संभाग मुख्यालय उज्जैन सहित देवास,शाजापुर,आगर-मालवा,रतलाम,मंदसौर,नीमच में मौसम खुला हुआ रहा है।उज्जैन में रविवार रात को शिप्रा अपने चेतावनी के जलस्तर से नीचे आ गई। पीएचई गउघाट स्टापडेम उपयंत्री संतोष दायमा ने बताया कि  शनिवार-रविवार  को शिप्रा का जल स्तर यहां पर 16 फीट के स्टाप डेम से 9 फीट उपर चल रहा था।सोमवार को यह मात्र 4 फीट के लगभग रह गया । नागदा में चंबल नदी  का जल स्तर भी करीब 4फीट गिरा है।यहां सि्थत चामुंडा माता मंदिर के गुंबद के कलश रविवार रात तक डूबे हुए थे ,सोमवार सुबह पूरे कलश नजर आ रहे थे।नागदा की निचली बसि्तयों में घुसा पानी भी धीरे- धीरे निकल रहा था।बडनगर में चामला , आदि नदियों का जलस्तर कमजोर हुआ है।मात्र चंबल में अभी भी तेज बहाव है और उसके जलस्तर में कुछ खास अंतर नहीं आया है।यहां एक दर्जन से ज्यादा गांव में पानी घुसा था वहां भी पानी निकासी की सि्थति बन गई है।

उन्हेंल एवं आसपास के गांवों में भी हालात सामान्य की और बढ रहे हैं।उज्जैन के अंबोदिया सि्थत गंभीर डेम में रविवार तक सभी 6 गेट 25 मीटर तक खोलकर पानी बहाना पड रहा था। देर रात एक गेट आधा मीटर खुला छोडकर सभी गेट बंद कर दिए गए थे।डेम की क्षमता इस दौरान 2180 एमसीएफटी बनाकर रखी गई है।मंदसौर में शिवना का उफान इतना था कि पशुपतिनाथ मंदिर में भगवान के नीचे के चार मुंह तक पानी पहुंच गया था।सोमवार को पानी मंदिर से काफी नीचे आ गया।देवास के नेमावर में नर्मदा खतरे के निशान से 20 फीट उपर पहुंच गई थी वहां भी सि्थति सामान्य की और होने लगी है।अन्य नदियां भी सामान्य जलस्तर की और धीरे धीरे बढ रही है।शाजापुर ,आगर-मालवा,रतलाम,मंदसौर ,नीमच में भी नदियों के जलस्तर में बराबर गिरावट आई है।सभी जिलों में दिन भर सूरज आसमान पर आते जाते रहा । दिन में एक दो बार फुहार बारिस होने की सूचना सामने आई है।अपरांन्ह तक यही सि्थति जिलों में बनी हुई थी।