स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस के लिए फोटो खिंचवाने वाले हो जाएं सावधान
इंदौर । क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के निश्चित समय में ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के बड़े-बड़े दावे विफल हो गए, क्योंकि सैकड़ों आवेदक दो महीने से अधिक समय से अपने आवेदनों की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। इधर स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस पाने वाले आवेदक फोटो खिंचवाने के बाद यह समझ लेते हैं कि हमारा लाइसेंस बन गया, लेकिन ऐसा नहीं है। क्योंकि फोटो खिंचवाने के बाद अधिकारी द्वारा कागजातों की स्कूटनी व अप्रूवल होना होता है, लेकिन इसमें महीने दो महीने लग जाते हैं। उसके बाद ही लाइसेंस बन पाता है। तब तक आवेदक बिना लाइसेंस की गाड़ी चलाता है।
इसी तरह, खाली कार्डों की कमी से भी कार्डों की पेंडेंसी बढ़ रही है, जो बढ़कर 5,000 से अधिक आवेदनों तक पहुंच गई है और जब कार्डों का नवीनीकरण जोड़ा जा रहा है तो यह संख्या और भी बढ़ जाती है। इस बीच, आरटीओ सूत्रों ने कहा कि कार्ड जल्दी प्राप्त करने का एकमात्र तरीका सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करना या दलालों को ‘रिश्वत’ देना है। सीएम हेल्पलाइन की सभी शिकायतों में से, सबसे अधिक शिकायतें लंबित लाइसेंस के लिए हैं। हैरानी की बात यह है कि अधिकारी प्रशासनिक अधिकारियों के बीच इसका श्रेय लेने के लिए ऐसी शिकायतों को निपटाने में रुचि लेते हैं।