प्रारंभिक जांच में लेकोडा संस्था में 9 लाख का गबन सामने आया
उज्जैन।जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की ग्रामीण शाखा लेकोडा सेवा सहकारी संस्था मर्यादित में किसानों की राशि का गबन प्रबंधक निशिकांत चौहान ने किया है।किसानों के करोडों रूपए के गबन के आरोप के बाद बैंक मामले में कार्रवाई की और प्रबंधक को निलंबित किया था। बैंक के सीईओ विशेष श्रीवास्तव ने बताया कि बैंक की प्रारंभिक जांच में 9 लाख का गबन सामने आया है। प्रबंधक ने मात्र 6 किसानों का पैसा जमा नहीं किया है।
लेकोडा में किसानों से प्रबंधक चौहान लेनदेन करता था। क्रेडिट के रूपए उज्जैन से लाने एवं जमा करने के लिए प्रबंधक को किसान व्हाउचर पर साईन कर दे देते थे।इसी का लाभ लेते हुए प्रबंधक ने किसानों के खाते में पैसा जमा नही किया और इसके साथ ही क्रेडिट का पैसा ज्यादा निकाला और दिया कम। किसान पुन: लोन बैंक पहुंचे,तो खाते पर ओवरड्यू होने की जानकारी मिलने पर चौक गए। इसके बाद किसान उज्जैन स्थित सेवा सहकारी संस्था के ऑफिस पहुंचे और संस्था में ताला जड़ दिया। इस पर उज्जैन आकर किसानों ने अपने खाते चेक किए तो जितना ऋण लिया उससे तीन-चार गुना अधिक ऋण निकाल लिया गया। क्रेडिट कार्ड से करोड़ों रुपए की हेराफेरी हुई है। किसानों को राशि कम देने और बिना बताए राशि निकालने का आरोप भी किसानों ने लगाया। सचिव ने 550 से ज्यादा किसानों के क्रेडिट कार्ड के रु. खातों में जमा नहीं किए।किसान राकेश पटेल ने बताया कि संस्था में 700 किसान रजिस्टर्ड हैं। किसान राशि जमा करने और निकालने के लिए निशिकांत पर भरोसा करते थे। पैसे जमा करने के लिए सचिव को ही दिया करते थे। विड्रॉल के लिए पर्ची पर हस्ताक्षर कर देते थे। निशिकांत उज्जैन से पैसे लाकर किसानों को दे देता था। किसानों का आरोप है कि सचिव 8 करोड़ से ज्यादा रुपए लेकर भागा है।सचिव ने पिछले 6 महीने पहले लिए गए लोन की किस्त, बीमा और खाद-बीज की राशि किसानों से ले ली, लेकिन उनके खाते में जमा नहीं की। प्रबंधक ने बकायदा सील लगी हुई विड्रॉल और जमा पर्ची भी किसानों को लाकर दी। सेवा सहकारी संस्था मर्यादित लेकोड़ा में सचिव पद पर पिछले 20 साल से निशिकांत चव्हाण पदस्थ है।मामला सामने आने के बाद से ही प्रबंधक चौहान फरार है। मामले की जानकारी लगने पर बैंक के सीईओ विशेष श्रीवास्तव ने प्रबंधक को निलंबित कर दिया था। श्री श्रीवास्तव ने बताया कि मामला जांच में लिया गया है प्रारंभिक जांच में प्रबंधक के 6 किसानों के खाते में 9 लाख रूपए जमा नहीं करने की पुषि्ट हुई है। निलंबित निशिकांत चव्हाण पिछले मंगलवार से ही संस्था में नहीं पहुंचा है।किसानों के साथ पैसे लेकर बैंक में जमा नहीं कर धोखाधडी करने के इस मामले में चिंतामन थाना पुलिस ने राजेश पिता रामेश्वर कुशवाह निवासी जाल कंपाउंड की शिकायत पर प्राथमिक क्रषि साख संस्था मर्यादित लेकोडा के प्रबंधक निशिकांत चौहान के विरूद्ध् भादवि की धारा 420,409 में प्रकरण क्रमांक 185/ 23 दर्ज कर जांच में लिया है।
प्रबंधक की परिसम्पत्ति बिक्री पर रोक लगाई –
इस मामले में कलेक्टर को किसानों ने शिकायत की थी।अपर कलेक्टर मृणाल मीना ने बताया कि लेकोड़ा की सेवा सहकारी संस्था मर्यादित के प्रबंधक निशिकांत चौहान द्वारा संस्था में आर्थिक अनियमितता का कृत्य पाये जाने पर उनकी परिसम्पत्ति की बिक्री पर आगामी आदेश तक रोक लगाई गई है। साथ ही जिला सहकारी मर्यादित बैंक के महाप्रबंधक को निशिकांत चौहान द्वारा की गई अनियमितता की सम्पूर्ण जांच अगले सात दिनों में सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं।