लाखों के ज़ेवर की हेराफेरी में इंदौर की हसीना की तलाश में दबिश
पार्सल से चुराए गहने एक हाथ से दूसरे हाथ होते हुए बिकते चले गए
ब्रह्मास्त्र इंदौर। लाखों के ज़ेवरात की हेराफेरी मामले में रतलाम पुलिस को इंदौर की एक महिला हसीना की तलाश है। हसीना के मिलने के बाद ही गहने बरामद हो सकेंगे।
मामला कुछ यूं है कि एक निजी कोरियर कंपनी द्वारा राजकोट से भेजे गए सोने के गहने के पार्सल से करीब 39 लाख रुपये के जेवर निकालने के बहुचर्चित मामले में पुलिस अब तक तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। उनसे करीब 23 लाख रुपये के गहने जब्त किए गए हैं। पुलिस को करीब 16 लाख रुपये के गहने और जब्त करना है। इनमें से आधे गहने नागदा के एक व्यापारी को व आधे गहने इंदौर की एक महिला हसीना को देना बताए हैं। पुलिस ने दोनों की तलाश में कई बार दबिश दी, लेकिन वे नहीं मिले।
यह है मामला
सितंबर 2021 में भारत पार्सल सर्विस राजकोट (गुजरात) ने अपनी रतलाम ब्रांच के चांदनी चौक स्थित कार्यालय पर जावरा रोड अंडरब्रिज के पास स्थित उजाला ट्रेवल्स एवं लगेज पार्सल के माध्यम से गोल्ड ज्वेलरी के तीन पार्सल भेजे थे।
19 सितंबर को पार्सल नहीं पहुंचने पर ब्रांच के रवि राठौड़ ने पार्सल संस्था के लाला ठाकुर से संपर्क किया था। उन्होंने उसे बताया था कि आटो चालक (कोरियर बाय) मनीष उर्फ धर्मेंद्र निगम निवासी प्रतापनगर तीनों पार्सल लेकर देने गया है। रवि ने मनीष से फोन पर बात की थी। कुछ देर बाद मनीष उन्हें तीनों पार्सल दे गया था।
रवि ने आफिस जाकर पार्सल खोले तो एक पार्सल से पांच पैकेट कम निकले। जिनमें 39 लाख रुपये से ज्यादा के जेवर थे। रवि ने 2 अक्टूबर को रतलाम के स्टेशन रोड थाने पर रिपोर्ट की थी।
रतलाम पुलिस ने जांच की तो पता चला कि मनीष ने ही जेवर निकालकर अमानत में खयानत की है। आटो चालक मनीष की बहन मोनिका पत्नी जगदीश माली निवासी अर्जुन नगर जेवर बेच रही है।
मोनिका को 9 अक्टूबर को रतलाम पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके कब्जे से कुछ जेवर व 59 हजार 500 रुपये जब्त किए गए थे। इसके बाद 17 अक्टूबर को मनीष व निशा को इंदौर से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भी कुछ जेवर व डेढ़ लाख रुपये बरामद किए थे। पूछताछ के बाद तीनों को अलग-अलग तारीखों को न्यायालय में पेश किया था, जहां से तीनों को जेल भेजा गया, वे जेल में ही है।
साले व व्यापारियों को भी बनाया आरोपी
पूछताछ में आरोपियों ने कुछ जेवर चांदनीचौक के व्यापारी शैलेंद्र सोनी को बेचना बताया था। उसे भी आरोपी बनाकर उसके कब्जे से करीब 75 हजार रुपये मूल्य के सोने की 16.3 ग्राम वजनी सोने की पांच जोड़ बालियां जब्त की गई। वहीं मोनिका ने कुछ जेवर व्यापारी जय राठौड़ निवासी नागदा ( उज्जैन ) को बेचे थे। जय से करीब 27 हजार रुपये कीमत की 5.6 ग्राम वजनी दो जोड़ बालियां जब्त की गई। इस प्रकार अब तक 23 लाख से ज्यादा के जेवर व करीब तीन लाख रुपये जब्त किए जा चुके हैं। उधर, आटो चालक मनीष ने करीब चार सौ ग्राम के जेवर अपने साले विलियम उर्फ विलसन निवासी नागदा को देना बताया है।
विलियम को भी आरोपी बनाकर पूछताछ की गई। उसने करीब दो सौ ग्राम वजनी जेवर नागदा (उज्जैन) के व्यापारी शिवम सोनी को बेचना व करीब दो सौ ग्राम वजनी जेवर अपनी रिश्तेदार हसीना निवासी शाइन बाग खजराना इंदौर को देना बताया। पुलिस के अनुसार शिवम सोनी व हसीना की तलाश में कई बार दबिश दी गई, लेकिन वे नहीं मिले। पुलिस के अनुसार उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।