रुनिजा : आसमान से बरसी आफत की बारिश रुनिजा में कई परिवारों को किया बेघर
रुनिजा । 16 और 17 सितम्बर भादो माह में हुई भयंकर बारिश पूरे प्रदेश में तांडव मचा गई और इन दो दिनों में लोग त्राहि त्राहि करने लगे। इस बारिश को देखते हुए कई बुजुर्गों ने बताया कि ऐसी बारिश 50-60 साल के बाद देखने को मिली है जिसने सारा जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। नदी नालों में तूफान , खेतों में डूबती सोयाबीन , तो गांव में यह बारिश कई परिवारों के लिए आपात की बारिश बनकर बरसी है रुनीजा में लगभग 6 , 7 परिवार के मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और वह बे घर होने की स्थिति में आ गए हैं। 16 17 तारीख की रात में लीलाबाई नानूराम , लीला बाई मांगीलाल , रणजीत सिंह राय सिंह ,राधा बाई ,पार्वती बाई गोपाल , फकीर चंद मोहनलाल आदि के लिए यह बारिश आपात की बारिश बनकर आई और इन सभी के मकान की दीवारें किसी-किसी के पूरा मकान धराशय हो गया और यह बेघर हो गए इस।
पटवारियों की हड़ताल के चलते पंचायत सचिव राजाराम चौधरी व सरपंच प्रतिनिधि राजेंद्र मईड़ा ने सब बारिश से पीड़ित परिवारों के घर जाकर मौका मुआयना कर पंचनामा बनाया बता दे की रुनीजा में आज भी ऐसे कई परिवार हैं जो कच्चे व जर्जर मकानों में रह रहे हैं। इन लोगों के नाम 2018की प्रधानमंत्री आवास की प्रतीक्षा सूची में भी दर्ज हैं लेकिन इन्हें जल्दी लाभ मिल जाना था। लेकिन शासन कि नीतियो के कारण आज तारीख तक इन लोगों को लाभ नहीं मिला है और यह घर से बेघर हो गए हैं इस संदर्भ में पंचायत सचिव राजाराम चौधरी ने बताया कि सभी पीड़ितों के घरों पर जाकर पंचनामा बनाए गए हैं। कुछ परिवारों की स्थिति बहुत खराब है उन्हें वहां से हटाकर पंचायत के पास बने स्कूल के कमरे में ठहरने की व्यवस्था कर दी गई है।