अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज में पंचकर्म प्रशिक्षण की शुरूआत
इंदौर। बुधवार 20 सितंबर से अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज इंदौर एवं अस्पताल में राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत आयुष पैरामेडिकल पंचकर्म उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत की गई। जिसमें इंदौर एवं जबलपुर संभाग के 38 दवासाज, महिला स्वास्थ्यकर्ता कंपाउंडर, प्रशिक्षण लेंगे, जिसमें 22 पुरुष एवं 18 महिलाएं उपस्थित रहेंगे। 15 दिवस के इस ट्रेनिंग कार्यक्रम की शुरूआत में मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर के के चितलांगया, प्रांत अध्यक्ष विद्या भारती मालवा प्रांत एवं सदस्य आयुष विभाग, मध्यप्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी जबलपुर उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि इस ट्रेनिंग कार्यक्रम के बाद सभी प्रशिक्षित अपने-अपने स्थान पर पंचकर्म का कार्य शुरू करेंगे, इससे आम जनता को लाभ मिलेगा। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. एपीएस चौहान ने बताया कि आयुर्वेद में पंचकर्म द्वारा अनेक प्रकार की गंभीर बीमारियों का इलाज होता है, इसलिए सरकार का मानना है कि छोटे-छोटे गांव में भी पंचकर्म शुरू किया जाए। कार्यक्रम के कोआॅर्डिनेटर डॉ. एसके नायक ने बताया कि 15 दिन के कार्यक्रम में सभी को प्रयोगिक एवं सैद्धांतिक विषय की जानकारी दी जाएगी। डॉ अधिकारी अधीक्षक ने बताया कि सभी बीमारियों में पंचकर्म का मुख्य स्थान है। पंचकर्म के विभाग अध्यक्ष डॉ. अजीत ओझा एवं आनंद भद्रावत ने पंचकर्म संबंधी जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर दिनेश मालवीय द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. अखलेश भार्गव, डॉ. धर्मेंद्र शर्मा, डॉ. सम्यक जैन, डॉ. रंजीता नहारिया उपस्थित रहे।