1500 से अधिक हम्माल व श्रमिकों पर मंडराया रोजगार का संकट, आंदोलन की चेतावनी दी
उज्जैन। व्यापारियों की हड़ताल के चलते लंबे समय से बंद कृषि उपज मंडी के हम्माल और तुलावटियों ने बुधवार को प्रदर्शन कर मंडी चालू करने की मांग की। दरअसल हम्माल वह तुलावटीयों का कहना था की हड़ताल से उनकों काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। केरल सरकार की तरह हर महीने हम्माल तुलावटियों व श्रमिकों को 15000 की आर्थिक सहायता देने, बिजली पानी के बिल माफ करने, मजदूरी बढ़ाने, समझौते के अनुसार काम लेने और हम्माल तुलावटीयों और श्रमिकों के बच्चों की स्कूल फीस माफ करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि एक और तो व्यापारी हड़ताल का बोलकर मंडी बंद करके बैठे हैं दूसरी और किसानों की उपज भी खरीद रहे हैं उन्होंने जल्द मंडी चालू नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी हैं। मंडी में पिछले 22 से अधिक दिनों से व्यापारियों की हड़ताल चल रही है ऐसे में हम्माल व तुलावटी व श्रमिक बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। अब इन लोगों की स्थिति और बिगड़ती जा रही है घर चलाने के लाले पड़ गए हैं। लेकिन अभी तक व्यापारियों की हड़ताल का कोई निर्णय नहीं निकल पाया है। बताया जाता है कि उज्जैन कृषि उपज मंडी में 1500 से अधिक ऐसे हम्माल व तुलावटी व श्रमिक है जो मंडी बंद की वजह से वर्तमान में बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। मंडी बंद होने से उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ती जा रही है। बुधवार को सभी तुलावटियों व हम्मालों ने प्रदर्शन कर मंडी जल्द चालू करने की मांग की। ताकि उनकी बेरोजगारी दूर हो सके। इधर उन्हें सरकार की तरफ से भी ऐसी विकट स्थिति में कोई सहायता नहीं दी जा रही है। जिससे कि उन्हें कुछ राहत मिल सके।