पिछले चुनाव में पांच विधानसभाओं में हुई थी कम वोटिंग, मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए करेंगे जागरूक
इंदौर । भारत निर्वाचन आयोग मतदान के दौरान मतदाताओं की अधिक से अधिक भागीदारी के लिए लगातार प्रयास करता है, ताकि अधिक से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करें। इसके लिए स्वीप प्लान के तहत मतदाताओं को जागरूक किए जाने की गतिविधियां तक की जाती हैं। साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में शहरी मतदाताओं में मतदान के प्रति जागरूकता लाए जाने के लिए भी जिला निर्वाचन कार्यालय ने रणनीति बनाई है। चुनाव 2018 और लोकसभा चुनाव 2019 में मतदान का प्रतिशत 80 से 82 प्रतिशत रहा, लेकिन इंदौर शहर की विधानसभाओं को प्रतिशत देखें तो वह बहुत ही कम रहा।
जिला निर्वाचन कार्यालय ने स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट की मदद से ऐसे मतदान केंद्र व वार्ड की पहचान की है जहां पिछले चुनाव में मतदान प्रतिशत कम रहा है। अब मतदाताओं के घर-घर दस्तक दी जाएगी। इसके लिए सामाजिक संस्थाओं की भी मदद ली जाएगी ताकि मतदाताओं को वोटिंग के लिए जागरूक किया जा सके। इसके तहत मतदाताओं को शिक्षा और चुनावी भागीदारी कराई जाएगी।
दरअसल, पिछले विधानसभा चुनाव में 64 से 69 प्रतिशत तक रहा है। शहर की पांचों विधानसभा इंदौर-1 से लेकर इंदौर-5 में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इसके लिए नगर निगम के 311 एप की भी मदद ली जाएगी, क्योंकि इस एप से करीब सात लाख लोग जुड़े हुए हैं। मतदाता मतदान के लिए प्रेरित होंगे। इसी के साथ प्रशासन भी एक मार्गदर्शन एप्लीकेशन तैयार कर रहा है। इसके माध्यम से लोगों को मतदान के प्रति जागरुक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मतदाताओं को जागरुक किए जाने के लिए स्वीप प्लान के तहत अन्य गतिविधियां जिसमें रैली, नुक्कड़ भी होंगे। जिला निर्वाचन कार्यालय शॉपिंग मॉल सहित अन्य संस्थानों से भी संपर्क कर रहा है ताकि वे मतदान करने वालों को अपने यहां कुछ छूट दे सकें।