रुनीजा : 10 दिवसीय गणेश उत्सव का शुभारंभ, दो दिन तक हुई स्थापना गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों के साथ घरों, प्रतिष्ठानों, पांडालों में विराजे बप्पा
रुनीजा । गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों के साथ शुभ मुहूर्त में घरो में प्रतिष्ठानों व पंडालों में गणेश प्रतिमा स्थापित कर विधि विधान से पूजा अर्चना के साथ 10 दिवसीय गणेश उत्सव का शुभारंभ हो गया है। सुबह से ही भक्त बाजारों से प्रतिमा खरीद कर कई लोगों द्वारा अपने घरों में ही घर की मिट्टी से गणेश प्रतिमा बनाकर उन्हें विधि विधान से शुभ मुहूर्त में स्थापित कर पूजा-अर्चना प्रारम्भ कर दिया। इस बार हर पर्व दो दिवस तक मनाने का सिलसिला आज गणेश उत्सव में भी देखने को मिला कुछ जगह 18 सितम्बर को भी स्थापना की गई। हालांकि ज्यादा जगह 19 सितम्बर को ही हुई। क्षेत्र में गणेश मंदिरों के साथ-साथ पंडालों में भी गणेश उत्सव का शुभारंभ हो गया है ।
सुसनेर
भक्तो ने मंगलमूर्ति,वक्रतुंड, प्रथम पूज्य के साथ विध्नहर्ता के रूप में पूजे जाने वाले भगवान गणेश से जीवन में आए विध्न संकट को हरने की प्रार्थना करते हुवे घर-घर विराजमान किया। प्रथम पूज्य भगव्रान गणेश के घर पर आने का स्वागत भक्तों ने मोदक अर्पित कर हर्षाेल्लास के साथ उनकी स्थापना की। मंगलकानामाओं के साथ दस दिवसीय उत्सव मंगलवार से शुरू हुआ । बच्चो से लेकर बडे बुजुर्गाे ने घरो में भगवान के स्वागत में विशेष साज-सज्जा की है। मोटर से चक्र ,थमाकोल से बने मंदिर,एलईडी लाईट,भगवान को मोतियों की माला,सुन्दर वस्त्र आभूषण,आदि से श्रंगार कर स्थापित किया। गणेश चतुर्थी के मुहूर्त का विशेष को ध्यान रखते हुवे अधितकर घरो में दोपहर को ही गणेश जी स्थापना हुई। सार्वजनिक गणेश उत्सव समितियों ने रात्रि में भगवान गणेश की स्थापना की। दिनभर हर तरफ बप्पा के जयकारे गुजते रहे। श्रंद्वालु बैड-बाजे व ढोल के साथ बप्पा की मूर्ति लेकर आए। नगर में जगह-जगह बप्पा के जुलूस निकाले गए। जुूलूस में गणपति बप्पा मौरया चार लडडु चोरिया के उदघोष सुनाई दिए।