खिलचीपुर : 1862 में रेत और चूने से बने 15 फीट ऊंचे बड़े गणेश जी सोमवारिया में अभिषेक एवं पूजन हुआ
खिलचीपुर । नगर के सोमवारिया क्षेत्र में 1862 में रेत एवं चूना के मिश्रण से बनाई गई गणेश प्रतिमा जिसकी ऊंचाई 15 फिट है और जिले में सबसे ऊंची प्रतिमा का कीर्तिमान स्थापित किए हुए है बड़े गणेश जी चिंतामन गणेश के नाम से प्रसिद्ध है इनकी ख्याति प्रदेश में नहीं बल्कि राजस्थानके झालावाड़ कोटा आदि स्थानों से एवं मध्य भारत के गुना ग्वालियर इंदौरजिला राजगढ़ शाजापुर के सुदूर ग्रामीण अंचलों से मनोरथ पूर्ण होने पर यहां पर भक्तजन पूजा पाठ कर श्री गणेश जी को दंडवत प्रणाम करते हैं। कहा जाता है कि केवल पांच बुधवार को अपनी इच्छित फल प्राप्ति के लिए यहां परिक्रमा कर दंडवत कर तथा गणपति जी को मोदक का भोग लगाकर कई भक्त जनों ने अपनी मनोकामना पूरी की है। गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर यहां पर गणपति जी का श्रृंगार एवं अभिषेक कर नगर वासियों ने मोदक का भोग लगाकर मां आरती का आयोजन किया जिसमें बड़ी संख्या में महिला पुरुष एवं बालकों ने भाग लिया सभी ने गणपति बप्पा मोरिया के जय हो से पंडाल को गुंजादिया।