110 छात्र-छात्राओं ने लिया युवा सारथी प्रशिक्षण में हिस्सा
उज्जैन । शासकीय कालिदास कन्या महाविद्यालय में युवा सारथी प्रशिक्षण हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें पूरे संभाग से लगभग 110 छात्र-छात्राएं तथा उनके नोडल अधिकारी ने सहभागिता की।
उद्घाटन सत्र में विशाल टांकले वि.क.अ. उच्च शिक्षा उज्जैन संभाग के आतिथ्य व प्राचार्य डॉ. वन्दना गुप्ता की अध्यक्षता में हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत प्राचार्य डॉ. वंदना गुप्ता ने किया। अतिथि परिचय डॉ. कविता मंगलम ने दिया। कार्यक्रम के संयोजक एवं जिला नोडल अधिकारी डॉ. हरीश व्यास ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। मुख्य अतिथि क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक में पदस्थ विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी डॉ. विशाल टांकले ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज के समय में ऐसे युवा सारथी जैसे प्रोग्राम नई शिक्षा नीति को एक नया आयाम देंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. वंदना गुप्ता ने करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि एनईपी 2020 की परिवर्तनकारी प्रक्रिया में छात्रों की भागीदारी महत्वपूर्ण है, क्योंकि छात्र शिक्षा प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, और किसी भी शिक्षा प्रणाली के सफल क्रियान्वयन के लिए छात्रों का इसमें इनवाल्वमेंट और कमिटमेंट महत्वपूर्ण है। एनईपी सारथी के माध्यम से, हमारा उद्देश्य एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देना है जहां छात्र सक्रिय रूप से योगदान कर सकें और एनईपी 2020 के प्रावधानों का प्रभावी उपयोग कर सकें। उद्घाटन सत्र का आभार प्रदर्शन डॉ. दिनेश सिंघल ने किया। प्रथम सत्र में एनईपी के जिला ब्रांड एम्बेसडर डॉ. कमल कुंभकार ने एनईपी युवा सारथी की भूमिका एवं उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। द्वितीय वक्ता के रूप में एनईपी के जिला ब्रांड एम्बेसडर डॉ. मृदुल शुक्ल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की मुख्य विशेषताएं अकादमिक संरचना, क्रेडिट सिस्टम एवं प्रश्नपत्र संख्या, व्यवसायिक पाठ्यक्रम योजना कार्य, आउटकम बेस्ड एजुकेशन, मूल्यांकन पद्धति पर प्रकाश डाला। पश्चात एनईपी के जिला नोडल अधिकारी डॉ. हरीश व्यास ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की शैक्षणिक संरचना, क्रेडिट सिस्टम एनुअल ग्रेड पाइंट मूल्यांकन एजीपीए सीजीपीए की गणना पाठ्यक्रम के प्रकार आदि पर विस्तृत व्याख्यान दिया। समापन सत्र के मुख्य अतिथि डॉ. एच.एल. अनिजवाल, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा, उज्जैन संभाग थे। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति की यह कार्यशाला आज की महती आवश्यकता है। सभी प्रतिभागियों को युवा सारथी व नोडल अधिकारी के प्रमाण पत्र वितरित किये गये। कार्यशाला में आयोजन समिति के सदस्य डॉ. दिनेश सिंघल, डॉ. अजय भार्गव, डॉ. महेंद्र जैन, डॉ. कविता मंगलम, डॉ. सिंघल, डॉ. दीपिका वर्मा, डॉ. तनवीर अहमद, डॉ. योगिता का विशेष सहयोग रहा। अंत में आभार कार्यशाला समन्वयक डॉ. हरीश व्यास ने माना।