भस्मारती में नियमित श्रद्धालु महाकाल को जल चढ़ा सकेंगे
– मंदिर समिति ने सीमित संख्या में दी अनुमति
ब्रह्मास्त्र उज्जैन।
महाकाल मंदिर में भस्मारती में नियमित आने वाले श्रद्धालु भगवान को जल चढ़ा सकेंगे। मंदिर समिति ने इन श्रद्धालुओं को जल चढ़ाने की अनुमति दी है। भस्मारती में नियमित रूप से 30 से 40 श्रद्धालु आते हैं।
जल चढ़ाने के लिए अभी आम श्रद्धालु को और इंतजार करना होगा। मंदिर में अभी आम श्रद्धालुओं के लिए जल चढ़ाने की व्यवस्था कोरोना के बाद से ही अस्थाई रूप से समिति ने बंद कर रखी है।
सभामंडप व कार्तिक मंडप से थी जल चढ़ाने की व्यवस्था
पहले सभामंडप में जल पात्र के जरिए श्रद्धालु जल चढ़ाते थे। अभी यह बंद है। वहीं कार्तिक मंडप में भी जल चढ़ाने हेतु पात्र लगाया गया था फिलहाल वह भी नहीं है।
ठंड बढ़ने पर नियमित श्रद्धालु का समय सुबह 7 बजे किया
मंदिर में नियमित दर्शनार्थियों के समय में भी परिवर्तन किया गया है। पहले श्रद्धालु का समय सुबह 6 से 8 बजे तक था लेकिन ठंड बढ़ने के बाद अब इसे समिति ने सुबह 7 से 9 बजे तक कर दिया है।