इंदौर ने मनाया नो कार डे, जज साइकिल, महापौर ई बाइक तो कलेक्टर सिटी बस से पहुंचे कार्यालय
इंदौर । इंदौर ने शुक्रवार को नो कार डे मनाया। हजारों कारों के चक्के थम गए। हाई कोर्ट जज, महापौर, जनप्रतिनिधि दुपहिया वाहनों से कार्यालय पहुंचे तो कलेक्टर सहित कई अधिकारियों ने कार्यालय पहुंचने के लिए सिटी बस का सहारा लिया।
जिला न्यायालय के जज साइकिलों पर सवार होकर न्यायालय पहुंचे। निगमायुक्त तो पैदल ही कार्यालय पहुंचीं। महापौर के आह्वान पर मनाए गए इस नो कार डे का शहर में व्यापक प्रभाव देखने को मिला। हालांकि, बावजूद इसके प्रदूषण स्तर में कोई सुधार नजर नहीं आया। शुक्रवार को रीगल चौराहे पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 83, पीएम 10- 83 और पीएम 2.5- 36 दर्ज किया गया। यह भले ही संतोषजनक हो, लेकिन गुरुवार के मुकाबले ज्यादा रहा।
सिटी बस से कार्यालय पहुंचे कलेक्टर : कलेक्टर इलैया राजा टी सिटी शुक्रवार को सिटी बस से कार्यालय पहुंचे। इधर, महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी निगम मुख्यालय पहुंचने के लिए पहले ई-बाइक और फिर सिटी बस का सहारा लिया। नगर निगम के ज्यादातर अधिकारी भी ई-रिक्शा की मदद से कार्यालय पहुंचे। शासकीय कार्यालयों के प्रांगण में नहीं दिखी कारों की भीड़
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति डा. रेणु जैन भी ई-रिक्शा से कार्यालय पहुंची : शासकीय कार्यालयों के प्रांगण में सामान्य दिनों में नजर आने वाली कारों की भीड़ भी नो कार डे के कारण नजर नहीं आई। महापौर के आह्वान पर नो कार डे अभियान के क्रम में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, निगम प्रशासन सहित अन्य सभी शासकीय कार्यालयों के साथ-साथ स्कूल-कालेजों, आम नागरिकों का अच्छा प्रतिसाद मिला। शहर की सड़कों पर यातायात का दबाव भी कम हुआ।
साइकिल से दफ्तर पहुंचे पुलिस कमिश्नर : नो कार डे पर पुलिस अधिकारी दमकती कारों की सवारी से दूर रहे। पुलिस आयुक्त मकरंद देऊस्कर साइकिल से कार्यालय (पलासिया) पहुंचे। आयुक्त ने कहा ह्यनो कार डेह्ण के बहाने साइकिल चलाई तो पुरानी यादें ताजा हो गईं। बहुत दिनों बाद साइकिल चलाना अच्छा लगा। पुराना आत्मविश्वास भी लौट आया कि मैं अभी भी साइकिल चला सकता हूं। आयुक्त ने सभी डीसीपी और एसीपी को भी नो कार डे पर कार नहीं चलाने की अपील की। आयुक्त को गुरुवार दोपहर वीडियो कान्फ्रेंस के लिए संभाग आयुक्त कार्यालय जाना पड़ा। इस दौरान वो अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) राजेश हिंगणकर के साथ ई-रिक्शा से संभाग आयुक्त कार्यालय पहुंचे।