बड़नगर : क्रोध रूपी अग्नि को क्षमा के जल से शांत करना होगा
बड़नगर । जैन धर्म क्षमा का धर्म है, क्षमा मांगने वाला वीर होता है और क्षमता देने वाला महावीर होता है। पवित्र आत्मा क्षमां की निशानी है। स्वम की आत्मा को परखने का दिन है क्षमा। अपनी भूल देखने वाला केवल ज्ञान प्राप्त करता है। धन, संपत्ति साथ नहीं जाएगी बल्कि धर्म और पुण्य रूपी संपत्ति साथ जाएगी। वीर मन में जो द्वेष रूपी गांठ है उसको छोड़ना होगा तभी हमारा क्षमापना का पर्व मनाना सार्थक होगा।
उपरोक्त उद्गार डॉ. प्रीति दर्शन श्रीजी, रुचि दर्शन श्रीजी, श्रुति दर्शन श्रीजी महाराज ने क्षमापना सभा को संबोधित करते हुए कही। अखिल भारतीय श्री राजेंद्र नवयुवक परिषद द्वारा आयोजित विशाल क्षमापना सभा में मंगल गीत की प्रस्तुति नितेश राठौड ने दी। श्री संघ की ओर से शांतिलाल गोखरू, परिषद की ओर से अजय सियाल, राष्ट्रीय परिषद की ओर से राजेंद्र दंगवाडा, तरुण परिषद से नमन छाजेड़, विजय मेहता, राजकुमार पारख, शैलेश औरा, प्रांतीय परिषद से राजकुमार नाहर, अर्चित गोखरू, राकेश गोलेचा, मोनिका कुमठ, जावरा से अशोक चोपड़ा आदि ने संबोधित किया। क्षमापना सभा का संचालन रोहित औरा और आभार अमन बम ने माना ।
विशाल वरघोड़ा निकला
क्षमापना सभा के पूर्व नगर में एक विशाल वर घोड़ा ज्ञान मंदिर से निकला। जिसमें अट्ठाई के एक्कावन तपस्वी रथ में विराजित थे और समाजजन झूमते, गाते, नाचते नगरजनो से क्षमा मांगते हुए चल रहे थे। जगह-जगह जयकारों से आसमान गुंजाय मांन था। पूर्व संध्या पर समाज जनों ने बड़ा प्रतिकमन किया। जहां प्रतिक्रमण संबंधित विभिन्न बोलियों लगाई गई साथ ही प्रतिक्रमण के साथ समाज जनों ने एक दूसरे से क्षमा याचना करते हुए विगत दिवस हुए भूलों के लिए माफी मांगी। सकल श्री संघ द्वारा पूज्य साध्वी महाराज से भी क्षमा याचना की गई।
पूज्य साध्वी प्रीति दर्शन श्रीजी महाराज के आत्म कल्याणकारी वाणी से प्रभावित होकर कल्पना ऐश्वर्या गोलेचा, रूपल चौधरी के तपस्या निमित्त राजेश कुमार रतनलाल गोलेचा परिवार द्वारा प्रभु पूजन एवं स्वामी वात्सल्य का आयोजन किया गया।
विशेष उल्लेखनीय है कि नगर में तप तपस्या के धूम मची हुई है 51 से अधिक सामूहिक अट्ठाई तपस्या के साथ-साथ नगर में 10 सिद्धि तप आराधको द्वारा उग्र तपस्या की गई है। सिद्धि तप तपस्यार्थियों परिवार द्वारा विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजनों रखा गया है। तपस्वी परिवार द्वारा बुधवार को राजेंद्र सूरी ज्ञान मंदिर में सिद्धचक्र महा पूजन का आयोजन हुआ। जिसमें भारी संख्या में समाज जन उपस्थित थे। रात्रि को सामूहिक रूप से महिला चोविसी भी आयोजित की गई। जिसमें महिलाओं द्वारा प्रभु भक्ति की गई गुरुवार को तपस्वी परिवार द्वारा श्री संघ एवम परिषद परिवार के नेतृत्व में एक विशाल रथ यात्रा निकाली जाएगी। जिसमें सभी सिद्धि तप के तपस्वी साथ रहेंगे। यह शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से निकलते हुए शांतिकुंज परिसर में एक विशाल तप अनुमोदन सभा का आयोजन रखा गया है। तप अनुमोदन सभा के साथ-साथ सभी तपस्वियों का श्री संघ और अन्य संस्थाओं द्वारा बहुमांन किया जाएगा राजकुमार नाहर ने बताया कि श्री संघ एवं राजेंद्र जैन नवयूवक परिषद एवं परिषद परिवार सभी कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी कर जिन शासन के गौरव में अभिवृद्धि कर रहा है साथ ही सभी तपस्वीयों की सुखसता पूछते हुए उनका उनका बहुमान और अनुमोदना कर रहे हैं।