दूसरा डोज नहीं लगवाया तो न दूध मिलेगा, न किराने का सामान , और न ही काम
ब्रह्मास्त्र इंदौर। जिले में कोरोना के खिलाफ जंग में अब दूध विक्रेता भी आगे आ गए हैं। ये नजर रखेंगे कि किस-किसने अब तक वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाया है या नहीं। समझाइश के बाद बावजूद अगर दूसरा डोज नहीं लगवाते हैं तो न दूध मिलेगा, न किराने का सामान, न होटल और रेस्टोरेंट में प्रवेश और न ही कंपनियों में काम।
दरअसल, इंदौर में जिला प्रशासन चाहता है कि दिसंबर माह के पहले वैक्सीन के दूसरे डोज का लक्ष्य पूरा कर लिया ताकि इंदौर कोरोना को लेकर बहुत हद तक सेफ जोन में पहुंच जाए। इसके लिए बाकायदा जिला प्रशासन ने शहर के अलग – अलग संगठनों और सामाजिक प्रतिनिधियों से बैठक कर चर्चा की है। जिसके बाद कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए है।
अभी लक्ष्य से दूर है इंदौर
कोरोना से बचाव के लिए कोविड- 19 वैक्सीन की दोनों डोज बेहद जरूरी है। वैक्सीन की दूसरी डोज के मामले इंदौर अभी भी लक्ष्य से करीब आठ लाख लोगों को लेकर दूर है। ऐसे में इंदौर के दुग्ध विक्रेता संघ ने अहम भूमिका निभाते हुए पहल की है, जिसके चलते चार स्टेप में लोगों को प्रेरित करने की योजना तैयार की है। अगर फिर भी लोग दूसरी डोज नहीं लगवाते हैं ऐसे लोगों को दूध देना बंद हो जाएगा।
चार स्टेप में होगा काम
इंदौर दुग्ध विक्रेता संघ के अध्यक्ष भारत मथुरावाला के अनुसार लॉकडाउन के पहले ही दिन से दूध विक्रेता घर- घर जाकर दूध बांट रहे हैं और शहर में करीब 19 हजार दूध विक्रेता दिन में दो बार लोगों के घर जाकर दूध की सप्लाई करते हैं। दूध विक्रेता हर घर के सदस्य को समझाइश देकर उन्हें वैक्सीन के दूसरे डोज को लगवाने की अपील करेंगे। पहली स्टेप में दूध विक्रेता लोगों के घर स्टिकर लगाएंगे जिस पर लिखा होगा कि पति और संतान को बचाना है तो वैक्सीन का सेकंड डोज जरूर लगाना है। वहीं स्लोगन के साथ ये भी लिखा होगा कि 30 नवंबर तक वैक्सीन नहीं लगवाई तो हम क्षमाप्रार्थी रहकर दूध वितरण करने में असमर्थ रहेंगे।
प्रशासन को लिस्ट सौंपेगा संघ
इसके साथ विक्रेता परिवार की महिलाओं से निवेदन करेंगे और सेकंड डोज के लिए प्रेरित करेंगे। इसके बाद भी अगर कोई नहीं मानता है तो इंदौर दुग्ध विक्रेता संघ के सदस्य ऐसे घरो पर जाकर लोगों को समझाएंगे। बावजूद इसके कोई नहीं मानता है तो अंत में दुग्ध विक्रेता संघ ऐसे घरों की सूची प्रशासन को सौंपेगा ताकि वैक्सीनेशन का काम पूरा हो सके। इंदौर दुग्ध संघ ने अंत मे ये लोगो को चेताया भी है अगर 30 नवंबर तक दूसरी डोज नही लगवाई गई तो उनके घर दूध देना बंद कर दिया जाएगा।
वैक्सीनेशन के बिना एंट्री नहीं
वैक्सीन के दूसरे डोज को लेकर प्रशासन के साथ ही अन्य संगठन भी प्रतिबद्ध हैं। ये ही वजह है कि किराना दुकान पर सामान, फैक्ट्री में वर्कर्स का प्रवेश निषेध, होटल और रेस्टोरेंट में लोगो को प्रवेश नहीं मिलेगा। वही उचित मूल्य की दुकानों से बगैर सर्टिफिकेट के राशन नहीं दिया जाएगा। ऐसे में माना जा रहा है कि जिस तरह से वक्त रहते वैक्सीन की पहली डोज का लक्ष्य हासिल करने में इंदौर नम्बर एक रहा है. वहीं दूसरी डोज के लक्ष्य को भी तय समय मे पूरा कर लेगा।