मनीषपुरी से रिंग रोड : 13 माह से अधूरी सड़क, 500 परिवार परेशान

 

सड़क निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ी लड़ाई फिर भी हालात जस के तस

इंदौर। शहर के पॉश इलाकों में शुमार टेलीफोन नगर के 500 से ज्यादा परिवार एक साल से सड़क के इंतजार में हैं। सड़क निर्माण को लेकर पहले तो सुप्रीम कोर्ट तक की लड़ाई लड़ी गई, फिर सेंट्रल लाइन को लेकर विवाद खड़ा हो गया। निगम ने जल्दबाजी दिखाते हुए पिछले साल ही अगस्त में सड़क का काम शुरू किया, लेकिन निर्माण आज तक अधूरा है। हालत ये है कि लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। 500 मीटर की सड़क को निगम 13 माह में भी तैयार नहीं कर पाया है। साकेत चौराहा मनीषपुरी से रिंग रोड को जोड़ने वाली सड़क की पीड़ा करीब चार कॉलोनियों के हजारों रहवासी भुगत रहे हैं।
सेंट्रल लाइन और अलाइनमेंट तय करने के पहले ही पिछले साल अगस्त में निर्माण हटाए गए। फिर सितंबर 2022 में सड़क का निर्माण शुरू किया गया। इसके बाद कभी ड्रेनेज लाइन, कभी नर्मदा लाइन तो कभी स्टॉर्म वाटर लाइन के नाम पर काम अटका हुआ है। सड़क के एक हिस्से में एक से डेढ़ फीट तक पानी भरा हुआ है। सिर्फ एक कच्ची सड़क से लोग आ-जा रहे हैं। वहीं टेलीफोन नगर के रहवासियों को तो रास्ता बदलकर मुकाम तक पहुंचना पड़ रहा है। रहवासियों का कहना था कि पिछली बार भी बारिश में खुदी हुई सड़क की वजह से हमें परेशान होना पड़ा था, तो इस साल भी वही समस्या बनी हुई है।

जर्जर सड़क : निगमायुक्त ने का दावा भी फेल

रहवासियों की समस्या को देखते हुए निगमायुक्त हर्षिका सिंह ने मौके पर जाकर स्थिति देखी थी। साथ ही रहवासियों को आश्वासन दिया था कि बारिश शुरू होने के पहले जल्द से जल्द सड़क का निर्माण कार्य पूरा कर दिया जाएगा। उनके आश्वासन के बाद कुछ दिन तक तो निगम अफसरों ने काम में गंभीरता दिखाई लेकिन बारिश शुरू होते ही काम बंद कर दिया।