निजी कॉलोनी में खुदाई के दौरान निकली प्राचीन मूर्तियां…..100 वर्ष पुरानी भगवान की प्रतिमा..जमीन मालिक के चेहरे पर सिकन
उज्जैन। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन पुरातत्व कालीन है। कुछ साल पहले यहां पर महाकाल मंदिर के आसपास की खुदाई के दौरान कई पुरातत्व कालीन मूर्तियां व अन्य अवशेष मिले थे। अब उज्जैन के ही नानाखेड़ा क्षेत्र में महाकालेश्वर मंदिर से लगभग डेढ़ किलोमीटर पर एक निजी कॉलोनी की खुदाई में परमार कालीन मूर्तियां वय अवशेष मिले हैं। यह जानकारी मिलते ही विश्व हिंदू परिषद के कालिदास प्रखंड मंत्री कमल पंड्या और सीनियर रिसर्च फैलो यूजीसी आर्कियोलॉजिस्ट शुभम केवलिया वहां पर पहुंचे और उन्होंने अपने हिसाब से उन अवशेषों को देखा। श्री केवलिया के अनुसार यह मूर्तियां तथा अवशेष परमार कालीन दसवीं – ग्यारहवीं शताब्दी के मंदिर के अवशेष हैं। विक्रम विश्वविद्यालय के
पुराविद रमन सोलंकी ने भी इस तथ्य की पुष्टि की है। श्री सोलंकी के अनुसार यह नंदी की प्रतिमा है, जो परमार काल की कला से अलंकृत है। इस खुदाई में मंदिर के शिखर का भाग जिसे मंजरी कहा जाता है भी मिला है। इसके अलावा मंदिर के अन्य हिस्से भी हैं। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि परमार काल में यहां पर शिवजी का मंदिर होगा, जिसके अवशेष खुदाई के दौरान मिले हैं।
कई मूर्तियों के साथ..नंदी की विशाल प्राचीन पुरानी निकली प्रतिमा
बताया जा रहा है कि शहर के बिल्डर द्वारा वहा मकान बनाने के लिए खुदाई की जा रही थी । इस दौरान भगवान नंदी और अन्य धार्मिक प्रतिमाएं खुदाई के दौरान निकली है । जिसकी सूचना पुरातत्व विभाग व प्रशासन को लगी है । सोमवार सुबह पुरातत्व विभाग की टीम जांच कर मामले का खुलासा करेगी । बताया जा रहा है कि 100 साल पुरानी प्रतिमाएं खुदाई के दौरान निकली है। कीमती जमीन पर खुदाई के दौरान निकली प्रतिमाओं के बाद जमीन के मालिक के चेहरे पर सिकन देखा जा रहा है।
रिपोर्ट विकास त्रिवेदी