गुना : कांगे्रस-भाजपा और बसपा सहित अन्य राजनैतिक पार्टियां टटोल रहीं नेताओं की नब्ज
गुना । अनुसूचित जाति विधानसभा क्षेत्र-29 सुरक्षित सीट है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय कांगे्रस पार्टी में एक मुस्त आवेदन उम्मीदवारों के प्राप्त हुए हैं। परंतु यह भाजपा हो या कांगे्रस जिसमें मात्र 2-5-7 लोग ही एक्टिव के रूप में बखूबी ईमानदारी के रूप में वर्षों से काम करते आ रहे हैं। वास्तव में इन्हीं स्थानीय नेताओं में से ही एक प्रत्याशी होना चाहिए, किंतु आश्चर्य की बात ये है कि भाजपा हो या कांगे्रस इनमें शासकीय सेवक एवं पैसा वाले अनुसूचित जाति के धन्ना सेठ के रूप में पैराशूट से उतरकर उम्मीदवारी जता रहे हैं। ऐसी स्थिति में गुना विधानसभा-29 को अगले पांच साल के लिए बेहतर नेतृत्व की तलाश की जा रही है। इसके लिए कांगे्रस-भाजपा और बसपा सहित अन्य राजनैतिक पार्टियां नेताओं की नब्ज टटोल रही हैं।
दरअसल लिखने का तात्पर्य ये है कि कांगे्रस-भाजपा या अन्य किसी दल में जो बाहरी व्यक्ति अपनी उम्मीदवारी जता रहे हैं। जिनके चेहरे मतदाता एवं राजनैतिक कार्यकतार्ओं ने तक नही देखे हैं। वह शहर के चौराहों पर, टीव्ही चैनलों और विभिन्न पोर्टलों सहित चंद अखबारों में विज्ञापन देकर अपने आपको समाजसेवक और पार्टी के प्रति महान बताकर प्रचारित कर रहे हैं, जबकि वर्तमान में भी शासकीय सेवा में लगे हुए हैं। जिससे कांगे्रस एवं भाजपा के कार्यकतार्ओं में असंतोष व्याप्त है। ऐसे में अक्सर देखा जा रहा है कि चौक-चौराहों के इर्द-गिर्द पान की गुमठियों, चाय के ठेलों और सडक पर खड़े खंभों पर बड़े-बड़े फोटो कटाउट खालसा, रसोईया, आलियां, अटखेलियां, दिवालिया, अंडारी, संडारी आदि नामों से लगाकर पैराशूट से उतर कर आमजन में हास्यास्पद बने हुए हैं। इससे वास्तविक कांगे्रस के कार्यकर्ता जनमानस में यह कह रहे हैं कि हमारा पूरा परिवार पार्टी को योगदान देता है। आज हमारा एक है कि हमें टिकिट मिलना चाहिए। वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के तीन विधानसभा सिंधिया व सुरक्षित विधानसभा शायद आरएसएस के कोटे में गई है। इसकी शिकवा-शिकायतें भी कांगे्रस एवं भाजपा कार्यालयों में लोग बनाम निवेदन कर रहे हैं कि पार्टी को जिताना है तो बाहरी प्रत्याशी नही होना चाहिए। इसका नतीजा पूर्व के चुनावों में विभिन्न पार्टियों और उनके हारे हुए प्रत्याशियों ने भुगत चुका है। उदाहरण स्वरूप कांगे्रस के प्रत्याशियों ने एक मत होकर जिला कांगे्रस अध्यक्ष को आवेदन देकर निवेदन किया है कि हमारी सुरक्षित सीट परिसीमन के बाद अनुसूचित जाति रहेगी या सामान्य होगी, इसका हमें पता नही। सुरक्षित सीट विधानसभा क्षेत्र में हम पार्षद, सरपंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्य कुछ वर्तमान में हैंं तो कुछ पूर्व हो गए हैं। जिन्होंने आवेदन दिए हैं कि गुना विधानसभा से भिण्ड, मुरैना, दतिया, ग्वालियर, उत्तरप्रदेश आदि के बाहरी व्यक्तियों को टिकिट न दिए जाएं। उनके आवेदन में पैराशूट से उतरे प्रत्याशी को दशार्या गया है। जिनमें आश्चर्य की बात है कि महीने-15 दिन में नेता बनने वाले लोग धन्ना सेठ हैं या इनके पीछे राजनैतिक हाथ होना दशार्या जा रहा है।