पोषण में योग के महत्व एवं किशोरी बालिकाओं के पोषण में आयुर्वेद के महत्व के बारे में व्याख्यान का आयोजन हुआ

 

उज्जैन । मंगलवार को पोषण माह के अंतर्गत सुपोषित भारत की परिकल्पना के तहत आयुष विभाग द्वारा जिला आयुष अधिकारी डॉ.मनीष पाठक के निर्देशानुसार डॉ.श्वेता गुजराती आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी शासकीय आयुर्वेद औषधालय भैरवगढ़ द्वारा शासकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय भैरवगढ़ में पोषण में योग के महत्व एवं किशोरी बालिकाओं के पोषण में आयुर्वेद के महत्व विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया |

कार्यक्रम में  डॉ श्वेता गुजराती द्वारा छात्राओं को योग एवं आयुर्वेद के उपयोग से उत्तम स्वास्थ्य एवं सुपोषण कैसे प्राप्त किया जा सकता है इस विषय पर  व्याख्यान दिया गया | विभिन्न योग एवं प्राणायाम जैसे कपालभाति, भ्रामरी, अनुलोम विलोम आदि प्राणायाम एवं वृक्षासन ताड़ासन मंडूकासन आदि का महत्व भी समझाया तथा किशोरी बालिकाओं के उत्तम स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद के आहार  विहार शैली को किस प्रकार अपनाया जा सकता है, इसकी समझाईश बालिकाओं को दी गई। डॉ.आरती सोलंकी द्वारा छात्रों को योग अभ्यास करवाया गया | विद्यालय के प्राचार्य  राम गोपाल गौड़, अध्यापक  लक्ष्मी नारायण जाटव,  कैलाश चंद्र गर्ग,  प्रणति करवड़े द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया गया| औषधालय कर्मचारी लक्ष्मी सोलंकी महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, दीपक महावर आयुर्वेद दवासाज  द्वारा कार्यक्रम आयोजन में कार्य किया गया|