आयोग ने दिए घर-घर घूम कर सत्यापन के निर्देश, बीएलओ कार्यालय में कर रहे काम

इंदौर ।  मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान प्राप्त हुए नाम जोड़ने घटाने या संशोधन के आवेदनों को लेकर सामने आई राजनीतिक दिलों की शिकायत को आधार मानकर आयोग ने 20 सितंबर से घर-घर जाकर सत्यापन के निर्देश दिए थे। बीएलओ एक अन्य आदेश जिसके तहत आॅनलाइन किए गए आवेदन के प्रारूप को आॅफलाइन तैयार कर प्रमाणीकरण की फोटो प्रति तैयार करना है में जुटे हुए हैं। कलेक्टर कार्यालय में खुले हाल में दरी बिछाकर बैठे बीएलओ सुबह से लेकर शाम तक कार्य करने में जुटे हुए हैं।
निर्वाचन आयोग ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में सामने आई शिकायतो को दूर करने के लिए बीएलओ को घर-घर जाकर सत्यापन के लिए 20 सितंबर से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। आयोग के पत्र के आधार पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने भी सभी बीएलओ को प्राप्त हुए आवेदन के आधार पर मतदाता के घर जाकर नाम जोड़ने घटाने या संशोधन को लेकर दस्तावेजों का परीक्षण करने के सत्यापन करने को कहा है।
उक्त निर्देश देकर जिला निर्वाचन कार्यालय भूल गया और पिछले दो दिन से मतदाताओं के घर जाकर परीक्षण करने के बजाय बीएलओ विधानसभा वार रजिस्ट्रीकरण अधिकारी या सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के कक्षा के बाहर कहीं टेबल पर तो कहीं जमीन पर दरी डालकर बैठे हुए कार्य करते नजर आ रहे हैं। बीएलओ को आयोग के एक अन्य निर्देश के आधार पर प्राप्त आनलाइन आवेदनों को निर्धारित प्रारूप में भरकर मतदाता से निवास आयु पता बदलने विवाह हो जाने या मृत्यु हो जाने संबंधी प्रमाण लेकर उन्हें सत्यापित करना पड़ रहा है।
आयोग के निर्देश पर उन्होंने आॅनलाइन अप के माध्यम से सभी तरह के आवेदन मतदाता द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रमाणीकरण को अपलोड कर जमा किए हैं। उक्त प्रारूप तथा जमा किए गए दस्तावेजों को जिले से लेकर भारत निर्वाचन आयुक्त तक आॅनलाइन देखकर उनका परीक्षण कर सकता है किंतु कोई भी स्वयं कार्य करना नहीं चाहता उन्होंने अपनी जिम्मेदारी भी बीएलओ को सौंप दी है।
उल्लेखनीय है कि पुनरीक्षण का दूसरा चरण 2 अगस्त से 11 सितंबर तक चलाया गया था। इस दौरान तीन लाख के करीब आवेदन प्राप्त हुए। इसमें 1.48 लाख आवेदन नाम जोड़ने, 34 हजार आवेदन नाम हटाने, वहीं एक लाख आठ हजार आवेदन संशोधन से जुड़े हुए प्राप्त हुए हैं। इन आवेदनों का निराकरण किया जा रहा है। इसके अलावा 36 हजार दावे-आपत्तियों की जांच कराई जा रही है।