महिदपुर : अंचल में वीर तेजा दशमी का पर्व धूमधाम से मनाया
महिदपुर । माँ क्षिप्रा सलिला के पावन तट पर बसा महिदपुर नगर के ग्राम भीमाखेड़ा में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी वीर तेजाजी महाराज की 2 दिवसीय कथा का आयोजन किया। इसी परिपेक्ष्य में भव्य अखाड़े का चल समारोह नन्हें-नन्हें पहलवानों एवं छोटी-छोटी बालिकाओं के साहसी हैरतअंगेज करतब देखने को मिले। इसी कड़ी में अतिथि देवो भव: के तहत स्वागत सत्कार की पावन बेला में मुख्य अतिथि विधायक बहादुरसिंह चौहान, दिनेश जैन बोस, प्रतापसिंह आर्य, श्यामसिंह चौहान, रणछोड़ त्रिवेदी एवं विजयसिंह गौतम, महिदपुर न.पा. अध्यक्षा श्रीमती नानीबाई माली एवं वरिष्ठ समाजजनों का स्वागत किया। नगर ही नहीं ग्रामीण अंचलों से अनेक ग्रामीणजनों ने अपनी मन्नतें पूरी करने के लिए आस्था के निशान वीर तेजाजी महाराज भगवान को चढ़ाए। तत्पश्चात 5 बजे मंदिर के पुजारी तोलाराम बरेड़िया ने महाआरती की और प्रसाद का वितरण किया। कन्हैयालाल पहलवान, लालसिंह गुंदिया, कालूराम मेकाले, अम्बाराम पाड़ोलिया, मदनलाल पाड़ोलिया, रमेशजी खट्टिया, पीराचंद खट्टिया, प्रेमजी अण्डेरिया, लोकेश अण्डेरिया, रामचन्द्र पाड़ोलिया, गोविंद तलावदिया आदि समग्र समाजजनों का विशेष सहयोग रहा। उक्त जानकारी मेवाड़ा माली समाज के तहसील अध्यक्ष कालूराम मेकाले ने दी।
रुनिजा
माधवपुरा के मन्नतधारियों का सामूहिक करवा निशान लेकर ढोल धमाकों के साथ महावीर व्यायामशाला माधवपुरा, बालाजी व्यायामशाला, शिव व्यायामशाला रुनिजा संयुक्त तत्वावधान में संयुक्त अखाड़े किशोर पहलवान , मनीष गरवाल , बगदीराम परमार के मार्गदर्शन में निकाले गए। जिसमे तीनो व्य्यायम शाला के कलाकरों द्वारा हैरत अंगेज प्रदर्शन किया। अखाड़ों मलखंब के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर खूब दाद बटोरी।अखड़ो के सभी उस्तादों व निशान के करवा का जगह जगह स्वागत किया गया। माधवपुरा के निशान माधवपुरा में तेजाजी के थानक पर चढ़ाए गए रुनीजा के निशान बस स्टेण्ड स्थित तेजाजी मन्दिर पर चढ़ाने गए। इसी प्रकार गजनीखेड़ी मसवाड़िया में तेजाजी के मन्दिर सामुहिक निशान चढ़ाए सभी जगह तांतिया भी काटी गई व आरती उतार कर प्रसादी वितरण की गई।
बिछड़ौद
नगर सहित आसपास के गांव रूणजी, मालीखेड़ी, गुराड़िया गुर्जर, खजुरिया सदर, झीतरखेड़ी, दौलतपुर, रूदाहेड़ा सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में तेजादशमी का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया। पर्व के अंतर्गत सभी ग्रामीण क्षेत्रों में तेजाजी महाराज के निशान यानी छतरियों के साथ जुलूस निकाले गए। जुलूसों में गांव के सैकड़ों ग्रामीणजन आदि शामिल हुए। साथ ही जुलूसों में ग्रामीणों द्वारा अनेक प्रकार के करतब भी दिखाए गए। जुलूसों का गांवों में अनेकों संगठनों, संस्थानों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। जुलूस गांवों के प्रमुख मार्गों से होकर वापस मंदिर परिसर पहुंचे, जहां शाम 4 बजे के शुभ मुहूर्तों में ग्रामीणों ने अपनी मन्नतों को पूरा करते हुए निशान यानी रंग-बिरंगी छतरियों के निशान चढ़ाए। वहीं गुराड़िया गुर्जर में भव्य भंडारे का भी आयोजन हुआ। जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की। जानकारी अनुसार ऐसी मान्यता है कि इस दिन वीर तेजाजी महाराज का जन्म हुआ था। वीर तेजाजी महाराज भगवान का अवतार माने जाते हैं। जिसको लेकर भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन तेजादशमी का यह पर्व मनाया जाता है।