ब्यावरा : आत्मनिर्भरता लाने घरेलू उत्पाद पर उद्यमियों को बड़ी रियायत-सासंद नागर उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण में घरेलू उत्पाद शुरू करने पर 10 लाख तक की सब्सिडी
ब्यावरा । केंद्र तथा राज्य शासन आत्म निर्भर भारत बनाने की दिशा में घरेलू उत्पादों से लघु एवं मध्यम उद्योग स्थापित करने उद्यानियों को 10 लाख तक की सब्सिडी उपलब्ध करा रही है। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में घरेलू उत्पादों को बढ़ावा देने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छोटे उद्योगों पर बड़ी रियायत देकर घरेलू उत्पाद बढ़ाने की दिशा में कारगर पहल की है। जरूरत आगे आकर लाभ उठाने की है।
यह उद्गार मोहनपुरा डेम पर उद्यानिकी एवं खाद्य विभाग द्वारा आयोजित किसान संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सासंद रोडमल नागर ने व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि राजगढ़ जिले के युवा शिक्षित, बेरोजगार एवं असंगठित सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां संचालित करने वाले ऐसे लोगों के लिए एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजनांर्तगत लाभ लेने के लिए सांसद सहित विभागीय अधिकारियों ने आयोजित सेमीनार, संगोष्ठी के माध्यम से जिले के ग्रामीणों को विभाग द्वारा किसानों को दी जाने वाली योजनाओं को मंच से समझाया तथा फल, सब्जी, मसाला अन्य उत्पाद पर निजी सूक्ष्म योजना की पात्रता के विषय में बताया।
सांसद नागर ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद उद्यम योजना आत्मनिर्भर भारत एक जिला एक उत्पाद के माध्यम से मिलने वाले शासन के लाभों को बताया वहीं उक्त इकाइयों की स्थापना पर 35 प्रतिशत या अधिक 10 लाख रुपए अनुदान एवं 7 वर्ष तक 3 प्रतिशत ब्याज में छूट की जानकारी दी गई । शैक्षणिक योग्यता 8 वीं पास एवं उम्र 18 वर्ष से भी अधिक हो। नया उद्योग स्थापित करने के लिए तथा पूर्व से स्थापित सूक्ष्म खाद्य इकाइयों के उन्नयन हेतु सहायता का प्रावधान किया है। किन्तु आवेदक के पास स्वयं का भू-स्वामित्व अधिकार होना चाहिए। ऐसे एक परिवार से एक ही व्यक्ति को लाभ प्राप्त होगा।
साथ ही पोपयटर संस्था. पार्टनर संस्था भी पात्र होगी। यूनिट की लागत 35% क्रेडिट लिंक्ड अनुदान अधिकतम 10 लाख रुपए तक का है.