अधिकारियों से सामने लोगो ने उतारे कपड़े..आईडीए दफ्तर में मचा हड़कंप

इंदौर। आईडीए में उस समय हड़कंप मच गया,जब यहां पहुंचे लोगों ने अपने कपड़े उतार कर अधिकारियों की टेबल पर रख दिए..ये सभी लोग स्कीम नंबर 53 के प्लॉट धारक है और पिछले करीब 30 सालों से एनओसी का इंतजार कर रहे है..एनओसी के लिए प्लॉट धारकों की पुरानी पीढ़ी भी संघर्षरत रही,लेकिन तमाम प्रयासों और लंबे संघर्ष के बावजूद उनकी सुनवाई नहीं हुई,तो सभी ने आईडीए पहुंच कर वस्त्रदान किए..सदस्यों ने बताया कि आईडीए ने एमआर-9 के पास यह स्कीम लॉन्च की थी। इसमें रघुवीर गृह निर्माण संस्था की जमीन, जिसमें कालिंदी आती है, उसकी जमीन भी चिन्हित की। हाईकोर्ट में सदस्य सदाशिव जोशी और अन्य गए और इस पर 1996 और 1998 में हाईकोर्ट ने फैसला करते हुए स्कीम को खारिज कर दिया। लेकिन जब भी आईडीए से एनओसी लेने जाने पर वह इसे अपनी स्कीम 53 का हिस्सा बताते हुए मना कर देता हैं। आईडीए के चलते ना हमें यहां मकान बनाने की मंजूरी मिल रही है और ना ही आईडीए ने कभी कोई मुआवजा ही दिया। साल 2019 में हमने अवमानना याचिका भी दायर की हुई है। साथ ही अब जिला कोर्ट में केस लगाया जा रहा है कि वह हाईकोर्ट में झूठे शपथपत्र देकर बरगला रहे है..इसलिए हमें इस तरह के आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है ।