उपायुक्त की दोहरी नीति से मंडल कर्मियों पर मुसीबत आई,एई पिटने से बचे
-अरविंद नगर रहवासियों को फ्री होल्ड के लिए दो माह से नियम विरूद्ध गफलत का आश्वासन दिया
उज्जैन।ग्रह निर्माण मंडल में व्रत उपायुक्त यशवंत दोहरे की दोहरी नीति मंडल के उज्जैन कर्मियों को भारी पड रही है।मंगलवार को ग्रह निर्माण मंडल के उज्जैन कार्यालय में इसी कारण से उपायुक्त के झांसे में आए अरविंदनगर के रहवासी पहुंचे थे।यहां पर सहायक यंत्री ने जब नियम बताए तो रहवासी नाराज हो गए और एक बुदि्ध जीवी ने मारने के लिए चप्पल हाथ में उठा ली,बमुशि्कल मामले को शांत किया गया।
उपायुक्त दोहरे की मंडल की निष्ठा पर वैसे ही मुख्यालय ने प्रश्नचिन्ह लगा रखा है।उज्जैन आने के बाद से ही उपायुक्त ने दोहरी नीतियों का खेल खेलना शुरू कर मंडल की कालोनियों के रहवासियों और मंडल कर्मचारियों के बीच विवाद की सि्थति बनाने में भूमिका अदा करना शुरू कर दिया है।मंगलवार को ऐसा ही वाक्या मंडल के उज्जैन कार्यालय में हुआ है।कार्यालय कर्मियों के अनुसार उपायुक्त दोहरे ने अरविंदनगर के रहवासियों को दो माह से झूठा आश्वासन दे रखा है कि उनके मकान लीज फ्री होल्ड कर दिए जाएंगे।नियमों के तहत लीज फ्री होल्ड के लिए अतिक्रमण की सि्थति नहीं होना चाहिए साथ ही इसे लेकर संबंधित रहवासी को शपथ पत्र देना होता है।उसमें रहवासी तमाम शर्तों के तहत बाध्य रहता है।उपायुक्त के झूठे आश्वासन को लेकर रहवासी बडे उत्साहित थे और कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे।मंगलवार को उन्हें जब उज्जैन कार्यालय के कर्मियों ने सच सामने रखा तो वे अधिकारी का झूठ हजम नहीं कर पाए और आक्रोशित हो गए।इस बीच सच बोलने वाले एक सहायक यंत्री पर रहवासियों का गुस्सा फूट पडा और एक बुदि्धजीवी ने उन्हें मारने के लिए चप्पल निकाल ली।मंडल के अन्य कर्मियों ने जैसे तैसे बचाव किया।बताया जा रहा है कि उपायुक्त को इस प्रकार के काम से कोई लेना देना नहीं है फिर भी वे बराबर हस्तक्षेप कर अपना उल्लू साधने में लगे हैं।घटना के बाद कर्मचारियों के आक्रोश को दबाने के लिए उपायुक्त ने फिर से फितरत आजमा ली और खूद अरविंद नगर पहुंच गए और स्थल अवलोकन करने पर वहां की सि्थति देखी तो खूद के ही होंश फाख्ता हो गए।इसके उपरांत उपायुक्त ने कर्मचारियों की अरविंद नगर फ्री होल्ड के लिए दल बनाकर अनंत चौदस को भी डयूटी लगा दी है।इसे लेकर आक्रोश की सि्थति सामने आ रही है।
बोले 9 बजे आओ,शाम को 6 बजे चले जाओ-
कर्मचारियों को सतत मानसिक प्रताडित एवं शोषण करने वाले बदतमीज,बदमीजाज उपायुक्त ने एक बार फिर रंग बदला है। देर रात तक कार्यालय लगाने वाले उपायुक्त ने समाचारों के प्रकाशन के बाद कर्मचारियों को कहा है कि सुबह 9 बजे से सभी आ जाएं तो शाम को 6 बजे सभी कार्य से मुक्त हो जाएं।शासन आदेश के विपरित इनका आदेश कर्मचारियों को हजम नहीं हो रहा है।प्रदेश सरकार के आदेश से सुबह 10 से शाम 6 बजे तक 5दिवसीय कार्य दिवस में इनका यह नया शगुफा तानाशाही रवैये को उजागर कर रहा है।