इंदौर में राजकुमार मिल की झांकी को प्रथम पुरस्कार, मालवा मिल द्वितीय, तीसरी पर रही हुकुमचंद

 

थ्रीडी पुतलों ने परंपरा में घोला आधुनिकता का रंग

इंदौर। अनंत चतुर्दशी पर 25 प्रमुख झांकियों के साथ विभिन्न संगठनों की झांकियों से 14 किलोमीटर लंबा झांकी मार्ग रातभर रोशन रहा।
अनंत चतुर्दशी की झांकियो के‌ नतीजे घोषित हो गए हैं। प्रथम पुरस्कार — राजकुमार मिल की बच्चो के मनोरंजन घर। द्वितीय पुरस्कार– मालवा मिल की कालिया मर्दन और स्वदेशी मिल की सीता हरण। तीसरा पुरस्कार– हुकुमचंद की वामन अवतार। विशेष पुरस्कार — कल्याण मिल की रामायण प्रसंग और होप मिल की चंद्रयान।

झांकियों ने भर दिया मन में उल्लास

शहर में 100 वर्ष पूरे कर रही कपड़ा मिलों की झांकियों की परंपरा ने गुरुवार को एक बार फिर शहरवासियों के तन-मन में उल्लास भर दिया। एक के बाद एक निकली कल्याण मिल, राजकुमार मिल, होप टेक्सटाइल्स मिल, हुकमचंद मिल, मालवा मिल, स्वदेशी मिल के साथ खजराना गणेश, आइडीए और नगर निगम की 25 प्रमुख झांकियों के साथ विभिन्न संगठनों की झांकियों से 14 किलोमीटर लंबा झांकी मार्ग रातभर रोशन रहा।
इन्हें निहारने के लिए शुरुआत में तो उत्साह थोड़ा कम था, लेकिन रात गहराने के साथ ही उल्लास भी बढ़ता चला गया। इसके साथ ही अखाड़ों के कलाकार भी उत्साह के साथ तलवार-बनेठी घुमाकर अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे थे। सड़क के दोनों ओर फुटपाथ व घरों के गलियारे और छतों से लोग झांकियों को निहार रहे थे।