पितरों के पूजन का 16 दिनी पर्व शुरू, आज पूर्णिमा और प्रतिपदा का श्राद्ध

 

इंदौर। पितरों के पूजन का 16 दिनी श्राद्ध पक्ष 29 सितंबर से 14 अक्टूबर तक रहेगा। इस वर्ष अधिकांश पंचांगों में पूर्णिमा और प्रतिपदा का श्राद्ध एक दिन ही दिन 29 सितंबर को बताया गया है। वहीं, कुछ पंचांगों में प्रतिपदा और द्वितीय के श्राद्ध 30 सितंबर को साथ में दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त कुछ पंचांगों में 9 तो कुछ में 10 अक्टूबर को किसी भी तिथि के श्राद्ध नहीं बताए गए हैं। ज्ञात-अज्ञात पितरों के तर्पण का दिन सर्वपितृ अमावस्या 14 अक्टूबर होगी।
इस अवसर पर इंदौर में विभिन्न स्थानों पर सामूहिक तर्पण के आयोजन होंगे। तिथियों की घट-बढ़ के चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई है। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व होता है। इसमें हम विधि-विधान से पूजन कर पितरों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। श्राद्ध पक्ष में निशुल्क तर्पण का आयोजन श्रमिक क्षेत्र के परदेशीपुरा स्थित गेंदेश्वर द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर शिवधाम पर प्रतिदिन होगा। इसमें शिवधाम भक्त मंडल द्वारा सुबह 7.30 से 9.30 बजे तक तर्पण किया जाएगा।

होलकर शासक, बलिदानियों का तर्पण

श्रद्धा सुमन सेवा समिति द्वारा अपनी 24 वर्ष पुरानी परंपरा का निर्वाह करते हुए इस वर्ष भी 29 सितंबर से 14 अक्टूबर तक श्राद्ध पक्ष के दौरान हंसदास मठ पर निशुल्क तर्पण अनुष्ठान आयोजित किया जाएगा। इसमें इच्छुक परिजन प्रतिदिन सुबह 8 से 10 बजे तक अपने दिवंगत परिजनों का तर्पण कर सकेंगे।

किस दिन कौनसा श्राद्ध रहेगा

29 सितंबर शुक्रवार को पूर्णिमा व प्रतिपदा।
30 सितंबर को शनिवार को द्वितीया तिथि।
1 अक्टूबर रविवार को तृतीया तिथि।
2 अक्टूबर सोमवार को चतुर्थी तिथि।
3 अक्टूबर मंगलवार को पंचमी तिथि।
4 अक्टूबर बुधवार को षष्ठी तिथि।
5 अक्टूबर गुरुवार को सप्तमी तिथि।
6 अक्टूबर शुक्रवार को अष्टमी तिथि।
7 अक्टूबर शनिवार को नवमी तिथि।
8 अक्टूबर रविवार को दशमी तिथि।
9 अक्टूबर सोमवार को कोई श्राद्ध नहीं ।
10 अक्टूबर मंगलवार को एकादशी तिथि।
11 अक्टूबर बुधवार को द्वादशी तिथि।
12 अक्टूबर गुरुवार को त्रयोदशी तिथि।
13 अक्टूबर शुक्रवार को चतुर्दशी तिथि।
14 अक्टूबर शनिवार को सर्वपित अमावस्या।