मासूम के साथ हुई हैवानियत, इस शख्स की बदौलत पुलिस को चला पता…दुष्कर्म होने के बाद 4-5 घंटे पैदल घूमती रही मासूम

उज्जैन। 3 दिन पहले मुल्लापुरा क्षेत्र से 12 वर्षीय लड़की लहूलूहान हालत और अर्धनग्न अवस्था में पुलिस को मिली थी। पुलिस ने उसका मेडिकल कराया जिसमें उसके साथ दुष्कर्म होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद पुलिस ने मामले में दुष्कर्म सहित पास्को एक्ट के तहत कार्रवाई कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस ने जिस क्षेत्र में लड़की लहुलुहान अवस्था में मिली उस क्षेत्र से लगे हुए कई हिस्से के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पुलिस को सफलता मिली। पुलिस को हाटकेश्वर कॉलोनी के सीसीटीवी फुटेज में लड़की अर्धनग्न अवस्था में पैदल घूमते दिखाई दी।
बताया जाता है की लड़की 4 से 5 घंटे अर्धनग्न अवस्था में लहुलुहान हालत में पैदल घूमती रही थी। लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। लड़की ने लोगों से मदद मांगी लेकिन उस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया और अर्धनग्न हालत में देखकर लोगों ने मुंह फेर लिया और घर में अंदर चले गए और दरवाजा लगा लिया। लड़की जिस कॉलोनी से गुजरी वहां घर के बाहर खड़े लोगों से उसने मदद के लिए गुहार लगाई। लेकिन लोगों ने उसे पर ध्यान नहीं दिया। बताया जाता है की लड़की 4 से 5 घंटे तक बड़नगर बाईपास पर बनी कॉलोनी में घूमती रही। लेकिन उसकी यह दशा देखकर किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। अर्धनग्न अवस्था में लड़की कॉलोनी की गलियों से पैदल लड़खड़ाते हुए चलती रही।लेकिन अफसोस यह की किसी ने भी लकड़ी की मदद नहीं की। लेकिन एक युवक ने उसकी हालत पर गौर किया और लहुलुहान हालत में लड़की को देख तत्काल पुलिस को सूचना दी और पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने लड़की को अर्धनग्न अवस्था में देखा तो तुरंत उसके बदन को कपड़े से ढका और थाने लेकर पहुंचे। जहां महाकाल थाना टीआई अजय वर्मा ने उसके लिए कपड़े मंगवाये और लड़की को पहनवाएं गये और उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उसका मेडिकल परीक्षण हुआ तो उसके साथ दुष्कर्म होने की पुष्टि हुई। लेकिन लहू अधिक बहने की वजह से उसे तत्काल डॉक्टर ने गहन उपचार हेतु इंदौर रेफर कर दिया। बताया जाता है कि वहशी दरिंदे ने उसके साथ बहुत ही हैवानियत की थी अस्पताल में उसकी सर्जरी हुई और खून की जरूरत पड़ने पर महाकाल थाने के पुलिस कर्मियों ने पीड़ित लड़की को खून दिया। और उसकी जान बचाई। यही नहीं पुलिस ने पीड़ित लड़की के साथ हैवानियत भरा कृत करने वाले वहशी दरिंदे को भी 72 घंटे में गिरफ्तार कर उसको सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

कुछ गलत होने का एहसास हो तो तुरंत पुलिस को दे सूचना…एसपी की लोगों से अपील

इधर उज्जैन एसपी सचिन शर्मा ने इस हैवानियत भरे कृत्य को देखते हुए आरोपी की तलाश में पुलिस अधिकारियों को लगा दिया था पुलिस शहर के निगरानी शुद्बा बदमाशों की धरपकड़ शुरू कर दी थी व शहर के कई हिस्सों में लगे सीसीटीवी फुटेज के सबूत जुटाकर आरोपियों तक पहुंचने में पुलिस ने दिन रात एक कर दिया था जिसका यह परिणाम रहा की पुलिस ने 72 घंटे में इस घटना को अंजाम देने वाले दरिंदे को पकड़ लिया। उज्जैन एसपी सचिन शर्मा ने लोगों से अपील की है कि अगर अपने क्षेत्र में या कहीं भी कुछ भी गलत होने का एहसास हो तो वह तुरंत पुलिस को सूचना दे ताकि जिस व्यक्ति के साथ गलत हो रहा है उसकी मदद की जा सके।

इस शख्स की बदौलत पीड़ित लड़की की जान बच्ची और पुलिस को चला पता…

12 वर्षीय नाबालिक पीड़ित लड़की जब 5-6 घंटे पैदल भटकती रही और जब वह कॉलोनी के रास्ते से निकली तो घर के बाहर खड़े लोगों से मदद मांगी। लेकिन उसे मदद नहीं मिली और उसके बाद पीड़ित लड़की ने मदद की आशा छोड़ दी। लेकिन एक शख्स ऐसा मिला जो उसके लिए फ़रिश्ते से कम नहीं था इस शख्स का नाम मुल्लापुर निवासी कपिल बैरागी है कपिल ने मासूम लड़की को लहुलुहान हालत में देखकर तुरंत पुलिस को सूचना दी और उसकी मदद की उसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लड़की की हालत देख सबसे पहले पुलिस कर्मियों ने उसका बदन कपड़े से ढका और उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया। अगर यह शख्स लड़की की मदद नहीं करता तो लड़की की जान पर भी बन आती क्योंकि लड़की मानसिक रूप से विक्षप्त थी और लहुलुहान हालत में घूम रही थी इस कारण उसकी खून की कमी हो जाती है और उसकी जान पर भी बन आती लेकिन इस शख्स की बदौलत इस लड़की की जान ही नहीं बची बल्कि उसके साथ हुई दरिंदगी का पता चला और उसे न्याय मिला और उसके साथ दरिंदगी करने वाला आरोपी भी सलाखों के पीछे पहुंच गया। इस शख्स ने अपनी इंसानियत का परिचय देते हुए एक पीड़ित लड़की को इंसाफ दिलाया है। जिसकी पुलिस ही नहीं पूरे शहर वासी तारीफ कर रहे हैं।

शहर के वकील नहीं लड़ेंगे आरोपी का केस

12 वर्षीय मानसिक रूप से विक्षप्त लड़की के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी का केस लड़ने से शहर के वकीलों ने मना कर दिया है अब शहर के सभी वकील आरोपी की तरफ से पैरवी नहीं करेगे। ऐसा शहर के सभी वकीलों ने निर्णय लिया है। इस घिनौने कृत्य की शहर सहित सभी दूर लोग घोर निंदा कर रहे हैं और इस हैवानियत भरे घटनाक्रम को अंजाम देने वाले आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए शहर वासी पुलिस अधिकारियों से मांग कर रहे हैं।ऐसे में वकीलों ने भी इसका केस लड़ने से मना कर दिया है।

इन पुलिस अधिकारियों व पुलिस कर्मियों की सजगता से जल्द पकड़ाया आरोपी…

एसपी सचिन शर्मा के निर्देश में एडिशनल एसपी जयंत राठौर, एवं गुरु प्रसाद पाराशर के नेतृत्व में सीएसपी दीपिका शिंदे ओपी मिश्रा, उप पुलिस अधीक्षक क्राइम योगेश सिंह तोमर सहित महाकाल थाना टीआई अजय वर्मा, टीआई विवेक कनोडिया, टीआई मधुबाला राठौर, उपनिरीक्षक वीरेंद्र वंदेंवार, कविता मंडलोई, प्रतीक यादव, सउनि विनोद राठौर, राम वाजपेयी, सुरेंद्र सिंह पवार, प्रधान आरक्षक सुमित, सुनील पाटीदार, राजपाल सिंह, महेश जाट, कुलदीप भारद्वाज, रूपेश बिड़वान, अनीस, आरक्षक बलराम सिंह गुर्जर, गुलशन चौहान, पंकज पाटीदार, नीरज कुशवाह, महिला आरक्षक प्रियंका परिहार, सुजाता, सुषमा, अनीता, सैनिक विशाल यादव आदि ने अपनी सराहनीय भूमिका निभाते हुए 72 घंटे के अंदर इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई है।