हत्या के बाद तीन दिनों तक सोयाबीन काटता रहा आरोपित,24 घंटे में खुलासा, टावेल से घोंटा था गला
उज्जैन/तराना। सोयाबीन काटने आये मजदूर की खेत पर बने कुएं से लाश बरामद होने के 24 घंटे बाद पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए मृतक के साथी को गिरफ्तार किया है। हत्या के बाद आरोपित तीन दिनों तक सोयाबीन काटता रहा और उसकी कुएं का पानी भी पीता रहा। पुलिस ने शुक्रवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा है।
27 सितंबर को तराना थाना क्षेत्र के ग्राम आबादखेड़ी में रहने वाले सौदानसिंह गुर्जर के खेत पर बने कुएं से एक युवक का शव बरामद हुआ था। जिसकी पहचान कांतिलाल पिता धूलिया भील 40 वर्ष निवासी ग्राम खेरदा थाना बाजना रतलाम के रूप में हुई थी। उसके गले में रस्सीनुमा कपड़ा और 15 किलो वजनी पत्थर भी बंधा था। प्रथमदृष्टा मामला हत्या का सामने आने पर तराना पुलिस ने खेत मालिक सौदानसिंह गुर्जर की शिकायत पर मर्ग कायम किया। एसडीओपी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान गला घोंटकर शव कुएं में फेंकना सामने आने पर थाना प्रभारी रमेशचंद्र कलथिया ने जांच शुरू की। मृतक के साथ 14 लोग बाजना रतलाम से मजदूरी के लिये आये थे। जिनके बयान दर्ज किये गये। इस दौरान सामने आया कि मृतक का सोयाबीन काटने साथ आये कांतू उर्फ कालू से 24 सितंबर को विवाद हुआ था। कांतू परिवार के साथ खेत पर बने कमरे में परिवार के साथ सो रहा था। जहां एक ही टेबल फैन था। कांतिलाल बाहर सोने आया था, वह पंखा बाहर लगाना चाहता था। विवाद होने पर दोनों ने एक दूसरे को काट लिया था। साथियों ने मामला शांत कर दिया था और पंखा नहीं बंद रखना तय किया गया। रात 9 बजे हुए विवाद के बाद कांतिलाल बाहर सो गया था। उसके बाद सुबह कांतिलाल दिखाई नहीं दिया। उन्हे लगा कि विवाद होने पर कांतिलाल रतलाम लौट गया है। पुलिस को कांतू उर्फ कालू पर संदेह हुआ, इसी बीच शंभू भील ने बयान दिया किया उसने रात 12.30 बजे कांतू को कमरे से बाहर आते देखा था। वहीं कुछ घसीटने की आवाज भी सुनी थी। इस आधार पर पुलिस ने गुरूवार शाम कांतू को हिरासत में लिया और सख्त पूछताछ शुरू की। वह टूट गया और हत्या करने के बाद लाश को कुएं में फेंकना कबूल कर लिया। पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर उसे शुक्रवार दोपहर न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया है। तीन दिनों तक पीते रहे कुएं का पानी आरोपित ने बताया कि उसने विवाद होने पर टावेल से गला घोंटने के बाद उससे पत्थर बांधकर लाश को कुएं में फेंका था और कमरे में जाकर सो गया था, सुबह उसकी कुएं का पानी पिया और सोयाबीन काटने की मजूदरी करने लगे। तीन दिनों तक कुएं से सभी पानी पी रहे थे। पुलिस के अनुसार पत्थर बंधा होने से शव दिखाई नहीं दे रहा था, 2 दिन बाद लाश फूलने पर ऊपर आने से दूसरे मजूदरों को दिखाई दी। एसडीओपी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में जांच करने और बयान दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार करने में टीआई रमेशचंद्र कलथिया, उपनिरीक्षक सत्येंद्रसिंह चौधरी, उपेंद्र सिंह यादव, प्रधान आरक्षक महेंद्रसिंह चौधरी, आरक्षक सुदर्शन, भूपेंद्र सिंह की भूमिका रही। पत्नी की हत्या करने वाले को भेजा जेल 27 सितंबर की दोपहर तराना थाना क्षेत्र के ग्राम करंज में चरित्रशंका के चलते विजय परमार ने दराते और पत्थर से हमला कर पत्नी कविता की हत्या कर दी थी। घटना के बाद उसने पुलिस कंट्रोलरूम पर कॉल कर हत्या करना बताया था। एसआई हरिराम अंगोरिया टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे और आरोपित पति को हिरासत में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल भेजा था। मामले में हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपित की निशानदेही पर दरात, खून लगे कपड़े और पत्थर बरामद किया गया। जिसे शुक्रवार को न्यायालय में पेशकर जेल भेजा गया है। घटनाक्रम के बाद सामने आया था कि मृतिका और आरोपित का विवाह तीन साल पहले हुआ था। दोनों की एक वर्षीय संतान भी है। आरोपित मृतिका पर चरित्रशंका करता था, जिसके चलते वह पूर्व में मायके मक्सी नई आबादी चली गई थी। विजय समझौता कर उसे वापस लाया था।