बहुत जल्द पर्यटक उज्जैन में  वैदिक घड़ी निहार सकेंगे

 

-करीब 2 करोड से वेधशाला के पास निर्मित की जा रही है

 

 

उज्जैन। जन्तर मन्तर पर एक करोड़ 90 लाख रुपये की लागत से 82 फीट ऊचांई की वैदिक घड़ी का निर्माण नगर पालिक निगम द्वारा कराया जा रहा है। वैदिक घड़ी से समय गणना की जानकारी तथा टेलोस्कोप के माध्यम से खगोल विज्ञान अध्ययन की सुविधा रहेगी। वैदिक घड़ी का निर्माण कार्य पूर्णता की ओर है एवं शीघ्र की इसका लोकर्पण किया जाएगा।
यह घड़ी वैदिक काल गणना के सिद्धांतों के आधार पर स्थिर होगी। प्रतिदिन सूर्यादय में होने वाले परिवर्तन तथा देश और दुनिया में अलग अलग स्थानों पर अलग अलग समय पर होने वाला सूर्यादय भी सिंक्रोनाइज होगा। वैदिक घड़ी की एप्लिकेशन में विक्रम पंचांग भी समाहित रहेगा,जो प्रतिदिन सूर्यादय से लेकर सूर्यास्त, विक्रम संवत मास, ग्रह स्थिति, योग, भद्रा स्थिति, चंद्र स्थिति, पर्व, शुभाशुभ मुहूर्त, नक्षत्र, जयंती, व्रत, त्योहार, चोघड़िया, सूर्यग्रहण, चंद्रग्रहण, प्रमुख अवकाश, आकाशस्य ग्रह, नक्षत्र, धूमकेतु आदि ज्योतिरूस्वरूप पदार्था का स्वरूप, संचार, परिभ्रमण, कालग्रहण आदि घटनाओं का निरूपण, तिथि वार, नक्षत्र, योग, करण, आदि की विस्तृत जानकारी अनिवार्य रूप से उपलब्ध करायेगी। वैदिक घड़ी एप्लिकेशन को मोबाइल, एलईडी, स्मार्ट टीवी, टैब, डिजिटल घड़ी आदि पर अवश्य देखा, दिखाया जा सकेगा। वैदिक घड़ी के बैकग्राउंड ग्राफिक्स में सभी ज्योतिर्लिंग, नवग्रह, राशि चक्र, सूर्यादय, सूर्यास्त आदि रहेगा। निगम आयुक्त रौशन कुमार सिंह ने निर्देशित किया है कि इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का कार्य शीघ्र पूर्ण कराया जाए।

चार दिन में वाच टावर पूरा करें अन्यथा दंड मिलेगा –

निगम आयुक्त रौशन कुमार सिंह ने नगर निगम प्रोजेक्ट सेल की नियमित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में प्रचलित एवं प्रस्तावित विभिन्न निर्माण कार्यो की वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के साथ ही प्रचलित कार्यो को अबिलम्व पूर्ण करने के निर्देश दिये। बैठक में वैदिक वाच टावर निर्माण के सम्बंध में सम्बंधित यंत्री हर्ष जैन से जानकारी प्राप्त की गई। श्री जैन ने बताया कि टावर के ऊपरी भाग में अन्तिम स्तर का कार्य और रंग रोगन होना और शेष है, साथ ही एक दो दिन में घड़ी भी आ जाएगी। निगम आयुक्त ने निर्देशित किया कि हर हालत में समस्त कार्य 4 अक्टूबर तक पूर्ण कराएं अन्यथा दो वेतन वृद्धि रोके जाने की कार्यवाही होगी। नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के अन्तर्गत विभिन्न कार्यो विशेष कर विभिन्न स्थानों पर ग्रीन वर्टीकल वाल स्थापित करने संबंधि कार्य, विभिन्न क्षैत्रों में फुटपाथ निर्माण कार्य, इंजीनियरिंग कालेज से पाईप फेक्ट्री तक सायकल ट्रेक निर्माण इत्यादि के सम्बंध में भी समीक्षात्मक जानकारी चाही गई। फुटपाथ निर्माण और सायकल ट्रेक कार्य के कार्य आदेश हो जाने के बाद अब कार्य तत्काल कराए जाने के निर्देश दिए गए। ग्रीन वर्टीकल वाल इत्यादि की जानकारी से सन्तुष्ट ना होने पर कार्यपालन यंत्री श्री अनिल जैन को कारण बताओ सूचना पत्र देने के निर्देश दिये। नगर वन के विषय में निर्देशित किया गया कि प्रचलित कार्यों को एक सप्ताह में पूर्ण करा कर लोकर्पण हेतु तैयारी करें। बारिश के पश्चात अब सड़कों की वास्तविक स्थिति का निरीक्षण करें और कायाकल्प सम्बंधी कार्यो को गति देते हुए डामरीकरण, सड़क मरम्मत इत्यादि अबिलम्ब सुनिश्चित करें।गुणवत्ताहीन खराब सड़क निर्माण, डामरीकरण होने की स्थिति में सम्बंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। निर्माण ठेकेदार के साथ ही सम्बंधित यंत्री भी जिम्मेदार होंगे और जिम्मेदारों पर एफआईआर होगी, लिहाजा गुणवत्ता से किसी तरह का समझोता ना करते हुए बेहतर कार्य कराए जाना सुनिश्चित करें।विशेष रूप से यह देखें कि जो निर्माण और विकास कार्य समयावधि की दृष्टि से अन्तिम पड़ाव पर हैं उन्हें अतिरिक्त संसाधन लगा कर 10 अक्टूबर से पूर्व पूर्ण कराएं। इसी प्रकार जो कार्य निविदा प्रक्रिया में है उनमें निविदा ओपन करने के पश्चात् उसे 05 दिवस में दर स्वीकृति सहित कार्य आदेश जारी किये जाने की कार्यवाही करें।समग्र रूप से समस्त प्रचलित कार्यो के सम्बंध समस्त सम्बंधित अधिकारीयों को निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने निर्देशित किया कि प्रत्येक अधिकारी अपने से सम्बंधित प्रोजेक्ट के लिये पूर्णतः उत्तरादायी है। आप आपस में तालमेल करते हुए तथा विभिन्न ठेकेदारों और विभागों के मध्य समन्वय स्थापित कराते हुए यह सुनिश्चित करें कि आम नागरिकों को हर प्रकार की कठिनाईयों से बचा कर अधिकाधिक सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए प्रत्येक प्रोजेक्ट का कार्य पूर्ण हो सके। बैठक में अधीक्षण यंत्री आर.आर. जारौलिया, एन.के. भास्कर सहित यंत्री, उपयंत्री उपस्थित रहे।