-उज्जैन शिक्षा विभाग में संवेदना शुन्यता का मामला सामने आया, बाबू की मौत की खबर के बावजूद हुआ सम्मान समारोह
-कर्मचारी संघ के नेताओं ने श्रद्धांजलि देते हुए अधिकारियों की निंदा की,कर्मचारियों में आक्रोश
उज्जैन। उज्जैन जिला शिक्षा कार्यालय में संवेदना शुन्यता का मामला सामने आया है।रविवार को कार्यालय के लिपिक कमलेश भार्गव 36 वर्ष का ब्रेन हेमरेज से निधन होने और उसकी खबर कार्यालय में पहुंचने के बावजूद यहां सम्मान समारोह का आयोजन भव्यता से किया गया।इसे लेकर कर्मचारी संघों में रोष है।कर्मचारी संगठन ने म्रतक को श्रद्धांजलि देते हुए अधिकारियों की संवेदना शुन्यता की निंदा की है।
शिक्षा विभाग जिला कार्यालय में रविवार को सम्मान समारोह का आयोजन राजनेताओं के आतिथ्य में किया गया था।यह सम्मान समारोह वर्ष 2023 में मंडल की 10 वीं एवं 12 वीं कक्षा में 100 फीसदी रिजल्ट देने वाले स्कूलों के प्राचार्य एवं शिक्षकों के लिए आयोजित किया गया था।पूर्व में यह सम्मान समारोह 13सितंबर को टेंट लग जाने,मंच बन जाने और तमाम तैयारियों के भारी वर्षा की चेतावनी के चलते स्थगित कर दिया गया था। रविवार को स्थगित सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था।इससे पूर्व ही जिला शिक्षा कार्यालय के लिपिक कमलेश भार्गव के निधन का समाचार सभी तक पहुंच चुका था।कार्यालय परिसर में आयोजित सम्मान समारोह दु:खद सूचना के बावजूद आयोजित किया गया।यहां तक की उसकी भव्यता को भी बनाए रखा गया।समारोह के कारण कार्यालय के अन्य कर्मी भी अपने म्रतक साथी की शव यात्रा में नहीं जा सके।यहां तक की समारोह के उपरांत म्रतक कर्मचारी को श्रद्धांजलि देना भी उपयुक्त नहीं समझा गया। इसे लेकर कर्मचारियों में अधिकारियों की संवेदना शुन्यता को लेकर सवाल खडे किए गए।
मामला कर्मचारी संघों तक पहुंचा तो कर्मचारियों में आक्रोश की सि्थति बन गई है।इसे लेकर कर्मचारी नेता मानसिंह चौहान ने अधिकारियों की संवेदना शुन्यता को लेकर गहरा आक्रोश जताते हुए बताया कि जब भारी वर्षा की चेतावनी मात्र से समारोह स्थगित किया जा सकता है तो कार्यालय के कर्मचारी के दु:खद निधन पर अधिकारी इतने निष्ठुर कैसे हो सकते हैं।उन्होंने अधिकारियों के क्रत्य की निंदा करते हुए कलेक्टर से इसकी जांच करते हुए मामले में दोषी को निलंबित करने की मांग की है।लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष देवेन्द्र व्यास ने बताया कि सम्मान समारोह के प्रारंभ में ही इन्होंने 2 मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी थी जिसका आशय यह है कि अधिकारियों को सूचना हो चुकी थी। इसके बावजूद इन्होंने आयोजन की व्यवस्था में कार्यालय के लिपिकों को लगाए रखा ।रात में ही हमने हमारे आक्रोश को डीईओ आनंद शर्मा एवं डीपीसी गिरिश तिवारी को संदेश देकर व्यक्त किया है कि यह संवेदना शुन्यता की पराकाष्ठा है।उन्हें भर्त्सना के संदेश भेजे हैं।मंगलवार को कार्यालय खुलने पर हम बैठक कर तय करेंगे की इस संवेदना शुन्यता एवं निष्ठुरता पर आघात किस तरह किया जाए।