मीडिया पर दमन के खिलाफ इंदौर में विरोध, पत्रकारों की गिरफ्तारी के खिलाफ सौंपा ज्ञापन

 

इंदौर। न्यूज़क्लिक से जुड़े लोगों की गिरफ़्तारी के विरोध में इंदौर में कई सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम संभाग आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने न्यूज़क्लिक से जुड़े हुए पत्रकारों और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं, वैज्ञानिकों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर हमले को संविधान द्वारा मीडिया और व्यक्ति विशेष को दी गई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि न्यूज़क्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ और उनके साथी अमित चक्रवर्ती को यूएपीए के काले कानून के तहत हिरासत में लेना कानून का दुरुपयोग है।
दिल्ली पुलिस द्वारा न्यूज़क्लिक पर की गयी कार्यवाही को यह आरोप लगाकर सही ठहराया जा रहा है कि न्यूज़क्लिक अपरोक्ष या परोक्ष रूप से चीन से फंडिंग ले रहा है और चीन के कहने पर हिन्दुस्तान के ख़िलाफ़ प्रचार करता है। यह आरोप न्यूयॉर्क टाइम्स में लिखे एक लेख पर आधारित है। संगठनों ने ज्ञापन में निवेदन किया कि सरकार हमारे मौलिक लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करे। मीडिया के और जनता के यह मौलिक अधिकार हैं कि वे सरकार से असहमत हो सकते हैं और अपने वैकल्पिक दृष्टिकोण को जनता के सामने रख सकते हैं।
देशभर में पत्रकार और अन्य सामाजिक, राजनीतिक प्रगतिशील संगठन विरोध के लिए आगे आ रहे हैं और जल्द ही इस मुद्दे पर और भी आंदोलन किए जाएँगे।
ज्ञापन में यह माँग रखी गई है कि न्यूज़क्लिक और उससे जुड़े लोगों पर जो भी कार्यवाही की जा रही है, उसे अविलम्ब वापस लें तथा प्रबीर पुरकायस्थ और उनके साथी अमित चक्रवर्ती को तत्काल रिहा करें। स्टेट प्रेस क्लब, मप्र के अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल ने भी इस गिरफ्तारी की निंदा करते हुए सत्ता द्वारा पत्रकारिता के दमन पर चिंता जतायी।
इसमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन काँग्रेस (एटक), सेंट्रल ट्रेड यूनियन (सीटू), सन्दर्भ केन्द्र, भारतीय महिला फेडरेशन (मध्य प्रदेश), स्टेट प्रेस क्लब मप्र , हिन्द मज़दूर सभा, भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा), प्रगतिशील लेखक संघ (प्रलेस), अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन (एप्सो), हाउल ग्रुप, मेहनतकश, एसयूसीआई, बिहान संवाद एवं अन्य संगठन शामिल थे।