बोलेरो से चोरी करने आते थे अलीराजपुर के बदमाश -स्थानीय बदमाश से थी यारी, 9.50 लाख का माल हुआ बरामद

उज्जैन। पंचायत भवन में हुई चोरी के साथ घरों के बाहर खड़ी तीन बाइक चोरी करने वाले दो बदमाशों को इंगोरिया पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। बदमाश अलीराजपुर से बोलेरो में सवार होकर आते थे। जिनकी इंगोरिया के स्थानीय बदमाश से यारी थी उसी की मदद से 14 दिन में तीन वारदातों को अंजाम देकर फरार हुए थे। इंगोरिया थाना क्षेत्र के रणवा पंचायत भवन में 14-15 सितंबर की रात अज्ञात बदमाशों ने ताला तोड़कर दो कंप्यूटर सिस्टम और प्रिंटर चोरी कर लिया था। पंचायत कर्मी शिव प्रसाद की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की थी। बदमाशों का सुराग मिल पाता उससे पहले 28-29 सितंबर की रात ग्राम खरसोद खुर्द में आशीष पाटीदार की घर के बाहर खड़ी एक बुलेट और पल्सर बाइक के साथ निरंजन पाटीदार की बाइक चोरी होने का मामला सामने आ गया। एक रात में हुई तीन बाइक चोरी की वारदात के बाद थाना प्रभारी चंद्रिका सिंह यादव ने बदमाशों का पता लगाने के लिए सहायक उपनिरीक्षक दिनेश निनामा, प्रधान आरक्षक शहजाद खा, संग्रामसिंह और सैनिक राकेश परिहार की टीम बनाई। 6 दिन बाद मुखबिर से सूचना मिलने पर टीम अलीराजपुर के जोबट थाना स्थित ग्राम कोटडी पहुंची। भील जाति के वेस्ता उर्फ भाया पिता राणसिंह हटेला को चोरी की बाइक के साथ हिरासत में लिया गया। पूछताछ करने पर उसने अपने साथी मोहन पिता भूरू डाबर भिलाला निवासी कनवाड़ा, मूलेश पिता जालम सिंह डाबर और इंगोरिया के ही ग्राम रणवा में रहने वाले श्रवण उर्फ टीनू पिता रमेश के साथ वारदात करना कबूल कर लिया। पुलिस टीम ने मोहन को भी अपनी कस्टडी में लिया और मूलेश के साथ श्रवण की तलाश की लेकिन दोनों फरार होना सामने आए। हिरासत में आए वेस्ता और मोहन को इंगोरिया लाया गया जहां एक दिन की पुलिस रिमांड पर लेकर पंचायत भवन में हुई चोरी के कंप्यूटर सिस्टम के साथ चोरी की गई तीन दो पहिया वाहन और वारदात में प्रयुक्त बोलेरो बरामद कर ली। शनिवार दोपहर मामले का खुलासा करने के बाद दोनों बदमाशों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेजा गया है। थाना प्रभारी यादव के अनुसार बदमाशों की निशानदेही पर बोलेरो सहित 9.50 लाख का माल बरामद किया गया है फरार दो बदमाशों की तलाश की जा रही है। सालभर पहले हुई थी श्रवण से दोस्ती पंचायत भवन के साथ तीन दो पहिया वाहन चोरी के मामले में गिरफ्तार किए गए अलीराजपुर के बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि सालभर पहले वह मजदूरी के लिए इंगोरिया आए थे उसे दौरान ग्राम रणवा में रहने वाले श्रवण से उनकी दोस्ती हुई थी। मजदूरी के बाद अपने गांव लौट गए थे श्रवण ने उन्हें चोरी के लिए बुलाया था। उन्हें पता था कि गांव में लोग घरों के बाहर ही रात के समय अपनी बाइक खड़ी करते हैं। चोरी के लिए बोलेरो से तीन बदमाश आते थे और वारदात के बाद स्थानीय बदमाश के साथ अलीराजपुर निकल जाते थे। बताया जा रहा है कि इंगोरिया का रहने वाला बदमाश श्रवण भी अलीराजपुर जाकर साथी बदमाशों के साथ वारदात करता था।